भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी LIC (भारतीय जीवन बीमा निगम) पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से भी बड़ी हो गई है। जी हाँ, आपने बिलकुल ठीक पढ़ा। भारतीय शेयर बाजार लगातार उछाल पर है। इसी क्रम में LIC की संपत्ति, जिसे AUM (एसेट्स अंडर मैनेजमेंट) कहते हैं, वो 50 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक हो गई है। जबकि पाकिस्तान की GDP 33.22 लाख करोड़ रुपए है। यानी, LIC अब संपत्ति के मामले में पाकिस्तान से डेढ़ गुना अधिक वैल्यू वाली हो गई है।
LIC के प्रबंधन के तहत आने वाली कुल संपत्ति पिछले साल के मुकाबले में 16.48% उछाल दर्ज की गई है। LIC का कुल AUM बढ़ कर 51,21,887 करोड़ रुपए (616 बिलियन डॉलर) हो गया है। पिछले मार्च से इस मार्च तक के आँकड़ों में ये उछाल दर्ज की गई है। पिछले साल मार्च में LIC के तहत आने वाली संपत्ति 43,97,205 करोड़ रुपए थे। ये 2023 का आँकड़ा था। वहीं फ़िलहाल पाकिस्तान की GDP 374.69 बिलियन डॉलर है।
LIC को लेकर कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी बयान दे चुके हैं कि इसकी पूंजी अडानी को दी जा रही है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि LIC का मार्केट कैप लगातार गिर रहा है। महुआ मोइत्रा और P चिदंबरम जैसों ने ‘Save LIC’ के पोस्टर भी लहराए थे। वहीं मामला इसके एकदम उलट है। पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका को मिला दें, तो इन दिनों की संयुक्त GDP से भी ज्यादा LIC की संपत्ति है। डेनमार्क, फिनलैंड, सिंगापुर और हॉन्गकॉन्ग जैसे देश भी भारत की इस सरकारी कंपनी से पीछे हैं। जहाँ भारत आर्थिक महाशक्ति बन कर उभर रहा है, पाकिस्तान में खाने के भी लाले पड़े हैं।
LIC asset base at $463 Billion bigger than Pakistan's GDP. https://t.co/l9oW2UUKkr @AaliyaShah1 pic.twitter.com/SWzxtfrYl2
— Jayess Modi Ka Parivar (@Sootradhar) April 21, 2024
पाकिस्तान की अस्थिर राजनीति और वहाँ हो रहे उपद्रवों को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय संस्था IMF ने भी चिंता जताई है कि उसने जो ऋण लिया है वो वापस नहीं कर पाएगा। उधर LIC की बात करें तो वित्तीय वर्ष 2023-24 की अंतिम तिमाही में इसका शुद्ध लाभ 13,421 करोड़ रुपए हो गया है। इसका GNPA (ग्रॉस नन-परफॉर्मिंग एसेट) भी 2.56% से घट कर 2.01% हो गया है। इसने अपने शेयरधारकों को 6% का अंतरिम डिविडेंड दिए जाने की भी घोषणा की है।