Monday, December 23, 2024
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अबकी बार जंगल में परवान चढ़ा सलीम-अनारकली का प्रेम, इश्क में कई बार भागने की कोशिश कर चुकी है 4 बच्चों की माँ

सलीम हाथियों के कैंप में पहुॅंच जाता है और अनारकली को धक्का देते हुए अपने साथ जंगल में ले जाता है। यह कई बार हो चुका है। हर बार वन अधिकारियों को अनारकली को खोजकर वापस कैंप में लाना पड़ता है।

मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में है बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व। यहाँ की एक प्रेम कहानी चर्चा में है। यह लव स्टोरी सलीम और अनारकली की है। सलीम एक जंगली हाथी है, जबकि अनारकली यहाँ की सबसे प्रसिद्ध हथिनी।

रिपोर्टों के अनुसार हथिनी की उम्र 58 साल है और हाथी 35 साल के आसपास का है। दोनों एक-दूसरे को काफी पसंद कर रहे हैं। उनका यह प्रेम वन अधिकारियों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। बताया जा रहा है कि प्रेम में अनारकली कई बार भागने की कोशिश कर चुकी है। एक बार तो उसे नेशनल पार्क वापस लाने के लिए अधिकारियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी।

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के सहायक संचालक सुधीर मिश्रा के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है कि आमतौर पर झुंड में रहने वाले हाथी किसी जंगली हाथी को स्वीकार नहीं करते हैं। कभी-कभार ऐसा भी होता है कि जो जंगली हाथी अपने झुंड से अलग हो जाते हैं वे मादा को भी अपने साथ ले जाते हैं। ऐसा ही एक जंगली हाथी सलीम, अनारकली के प्रेम में डूबा हुआ है। वह हाथियों के कैंप में पहुॅंच जाता है और अनारकली को धक्का देते हुए अपने साथ जंगल में ले जाता है। यह कई बार हो चुका है। हर बार वन अधिकारियों को अनारकली को खोजकर वापस कैंप में लाना पड़ता है।

कैंप में कुल 14 हाथी हैं। बांधवगढ़ के पालतू हाथियों की संख्या बढ़ाने में अनारकली का बड़ा योगदान है। उसके चार बच्चे हैं- सूर्या, गणेश, गायत्री और लक्ष्मी। गर्भाधारण की उसकी संभावनाएँ अभी भी बची हुई हैं। इसलिए वन अधिकारी नहीं चाहते कि वह कैंप से निकलकर जंगल में रहने लगे।

गौरतलब है कि 27 अगस्त 2022 से बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सात दिवसीय गज महोत्सव शुरू हुआ था। इस महोत्सव के दौरान सभी हाथियों की तेल से मालिश की गई थी। साथ ही अनारकली का विशेष श्रृंगार भी किया गया था। अनाकरली को बांधवगढ़ के कैंप में 1978 में बिहार के प्रसिद्ध सोनपुर मेले से खरीदकर लाया गया था।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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