प्राइवेट अस्पतालों के लिए कोरोना के टीके की अधिकतम कीमत केंद्र सरकार ने तय कर दी है। कोविशील्ड की 780, कोवैक्सीन की 1410 और स्पूतनिक वी की कीमत 1145 रुपए तय की गई है। इस संबंध में नया सर्कुलर जारी कर दिया गया है और को-विन पोर्टल पर वैक्सीन की नई रेट अपडेट की जाएगी।
यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्राइवेट अस्पतालों में दी जाने वाली वैक्सीन के सर्विस चार्ज को 150 रुपए तक सीमित करने के एक दिन बाद आया है। 7 जून 2021 को देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने नई वैक्सीन पॉलिसी की घोषणा की थी। इसके मुताबिक सरकारी अस्पतालों में सबका मुफ्त टीकाकरण होगा।
मंगलवार (8 जून 2021) को केंद्रीय स्वास्थ्य और वित्त सचिवों ने नए दिशा-निर्देशों के तहत वैक्सीन की लागत को लेकर चर्चा की। इसके तहत केंद्र सरकार बजट में दिए गए 35,000 करोड़ रुपए अलावा भी फंडिंग करेगी।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार द्वारा चलाए जा रहे वैक्सीनेशन अभियान के तहत 31 दिसंबर 2021 तक 188 करोड़ डोज पर केंद्र की लागत 45,000 से 50,000 करोड़ रुपए के बीच हो सकती है।
पीएम मोदी ने कहा था, “यह निर्णय लिया गया है कि केंद्र राज्यों को पहले से दी गई 25 फीसदी टीकाकरण खरीद को अपने हाथ में ले लेगा।” 21 जून 2021 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से सभी राज्यों में कोरोना के टीके लगाए जाएँगे। प्रधान मंत्री ने स्पष्ट किया था, “किसी भी राज्य सरकार को टीकों पर कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ेगा।”
जो ‘फ्री’ टीका नहीं लगवाना चाहेंगे वे प्राइवेट अस्पतालों में टीके लगवा सकेंगे। निजी अस्पताल वैक्सीन निर्माता कंपनियों से भारत में बनने वाले सभी टीकों का 25 फीसदी सीधे तौर पर खरीद सकेंगी।
प्रधानमंत्री ने बताया था कि देश में वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ने वाली है। सात कंपनियाँ अलग-अलग टीकों का उत्पादन कर रही हैं और अन्य तीन टीकों का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है। दूसरे देशों से टीकों की खरीद में भी तेजी आई है।
बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार अगस्त से रोजाना एक करोड़ कोरोना वायरस वैक्सीन का डोज देने की तैयारी कर रही है। इस महीने (जून, 2021) करीब 100 करोड़ टीकों के लिए ऑर्डर दे दिया गया है। इस बात की जानकारी केंद्र सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने दी है।
नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने अगस्त से टीकाकरण के अभियान में तेजी आने की बात कही है। पॉल ने बताया कि मंगलवार को केंद्र ने भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट को 44 करोड़ टीकों का ऑर्डर दिया है। उत्तर प्रदेश पहले से ही प्रतिदिन 4.5 लाख लोगों का टीकाकरण कर रहा है, जिसे जुलाई से 10 लाख प्रतिदिन करने का लक्ष्य रखा गया है।