विश्व कप 2023 के बाद भारतीय गेंदबाज मोहम्मद शमी अमरोहा पहुँचकर मीडिया से बात की। बातचीत में उन्होंने कहा कि वो उनके जिले में स्टेडियम बनाए जाने का ऐलान करने के लिए योगी सरकार के आभारी हैं। उन्होंने मीडिया को यह भी बताया कि जिस तरह से पीएम मोदी ने मैच के बाद कमरे में आकर पूरी टीम को संभाला था, उससे उनको बहुत हिम्मत मिली।
#WATCH | Amroha, Uttar Pradesh: When asked about the reasons for losing the ICC World Cup final, Indian cricketer Mohammed Shami says, "The thing was that we did not have enough runs. If we had 300 runs, we would have easily defended it…"
— ANI (@ANI) November 23, 2023
On the UP government's decision to… pic.twitter.com/TW65ehCEox
अमरोहा में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अगर फाइनल्स में भारतीय क्रिकेट टीम थोड़े और रन बना लेती, तो भारत मैच जीत जाता। 40-50 रन भी ज्यादा होते तो शायद डिफेंड करना आसान होता और गेम उनके पाले में होता।
शमी बोले, “हार के लिए कई वजह होती है कम स्कोर एक वजह रही, VIP के आने की वजह से भी प्रेशर होता है और रात में बैटिंग करने पर अधिक रन बनते है क्योंकि शाम को ओस की वजह से पिच गीली हो जाती है और बॉल स्विंग करती है।”
आगे मोहम्मद शमी ने योगी आदित्यनाथ द्वारा उनके नाम से एक स्टेडियम बनाने के ऐलान के लिए सीएम योगी का धन्यवाद किया और बोले कि पहले उन्हें इतनी सुविधाएँ नहीं मिली थी, लेकिन आज के बच्चों पर ये सुविधाएँ हैं। ऐसे में उन्हें सिर्फ फोकस और कड़ी मेहनत पर ध्यान देना है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जहाँ भी उनकी जरूरत होगी वहाँ वह हमेशा खड़े रहेंगे।
अमरोहा- क्रिकेटर मोहम्मद शमी पहुंचे अमरोहा, मोहम्मद शमी ने फार्म हाउस पर की प्रेस वार्ता
— भारत समाचार | Bharat Samachar (@bstvlive) November 23, 2023
➡शमी ने पीएम व सीएम योगी की तारीफ की
➡शमी नाम से स्टेडियम बनाने को लेकर किया धन्यवाद
➡शमी ने योगी आदित्यनाथ का किया धन्यवाद
➡40-50 रन और होते तो हम मैच जीत लेते- शमी. #Amroha… pic.twitter.com/Ins71w5HZ7
आगे शमी से जब पूछा गया कि फाइनल मैच में वर्ल्ड कप हाथ से निकलने के बाद जब पीएम मोदी मिलने आए तो उन्होंने कैसे हिम्मत दी। इसपर शमी ने कहा कि इसकी तो पूरी वीडियो ही सोशल मीडिया पर वायरल है। शमी ने कहा, “उस समय हम मैच हार चुके थे, ऐसे में जब आपके प्राइम मिनिस्टर आपको प्रोत्साहन देते हैं तो वह अलग ही कॉन्फिडेंस होता है कि एक देश का जिम्मेदार नागरिक आपके पास आता है आपको सहानुभूति दे रहा है क्योंकि उस समय मोरल वैसे ही डाउन होता है और जब ऐसे पल में आपका पीएम आपके सामने खड़ा है, कॉन्फिडेंस दे रहा है तो यह अलग ही चीज हो जाती है।”