Sunday, November 17, 2024
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गणतंत्र दिवस पर PM मोदी ने हाथ झुका कर क्यों दी सलामी, खास तरह की टोपी का महत्व क्या

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खास तरह की टोपी और गमछा पहना हुआ था। उत्तराखंड की पहनी टोपी पर ब्रह्मकमल छपा हुआ था। इसके साथ ही, उन्होंने मणिपुर का गमछा पहना हुआ था।

देश भर में 26 जनवरी के दिन 73वाँ गणतंत्र दिवस मनाया ज रहा है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने दिल्ली के राजपथ पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर आजादी से लेकर अब तक वीरगति को प्राप्त हुए देश के सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। पीएम मोदी ने इस दौरान वीरों की याद में दो मिनट का मौन भी रखा।

इसके साथ ही, उन्होंने गणतंत्र दिवस के अवसर पर खास अंदाज में तिरंगे को सलामी (सैल्यूट) दी। उन्होंने जिस अंदाज में तिरंगे की सलामी की, वह नौसेना को समर्पित था। नौसेना में सलामी हमेशा दाहिने हाथ के पंजे को थोड़ा आगे की ओर झुकाकर दी जाती है।

उल्लेखनीय है कि तीनों सेनाएँ अलग-अलग ढंग से काम करती हैं। यहाँ तक की तीनों सेनाओं का सैल्यूट भी अलग है। लेकिन, ऐसा क्यों है? आइए बताते हैं कि नेवी, आर्मी और एयर फोर्स के सैल्यूट में क्या अंतर होता है? सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि सैल्यूट का मतलब अपने बड़े अधिकारियों को सम्मान देने से होता है। इसलिए देश की तीनों सेना के जवान अपने-अपने तरीके से सैल्यूट करते हैं।

इंडियन आर्मी सैल्यूट

इंडियन आर्मी का सैल्यूट पूरी हथेली दिखाकर यानी खुले हाथों से किया जाता है। उनके सैल्यूट के वक्त हाथ का पूरा पंजा दिखता है। सभी ऊँगलियाँ खुली रहती हैं और अँगूठा सिर और आईब्रो के बीच में होना चाहिए। 

इंडियन नेवी सैल्यूट

इंडियन नेवी के जवान का सैल्यूट आर्मी से बिल्कुल अलग होता है। इनके सैल्यूट में पंजा नहीं दिखता। हाथ पूरी तरह से नीचे की ओर मुड़ा होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पुराने जमाने में जब नेवी के जवान जहाज में काम करते थे तो उनके हाथ गंदे हो जाते थे तो वह अपने पंजे को छिपाकर सैल्यूट करते थे। बस तब से ही ऐसे सैल्यूट किया जा रहा है।

एयर फोर्स सैल्यूट

एयर फोर्स का सैल्यूट पहले आर्मी की तरह ही होता है। लेकिन, साल 2006 में इंडियन एयर फोर्स ने अपने जवानों के सैल्यूट के नए फॉर्म तय किए थे। सैल्यूट के दौरान उनके हाथ और जमीन के बीच 45 डिग्री का कोण बनता है। इसका मतलब यह भी होता है कि वायु सेना आसमान की ओर अपने कदम को दर्शाती है।

इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खास तरह की टोपी और गमछा पहना हुआ था। मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, गणतंत्र दिवस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड की टोपी पहनी हुई थी। इस टोपी पर ब्रह्मकमल छपा हुआ था। इसके साथ ही, उन्होंने मणिपुर का गमछा पहना हुआ था। राजपथ पर तिरंगा फहराने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय युद्ध स्मारक भी गए। वहाँ उन्होंने सेना के जवानों को सलामी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित किया।

पहली बार अमर शहीदों को नेशनल वॉर मेमोरियल पर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया है। गणतंत्र दिवस के मौके पर आज दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था तगड़ी की गई। पिछले साल गणतंत्र दिवस के मौके पर हजारों किसान केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में लालकिला तक पहुँच गए थे और उनका पुलिस से टकराव भी हुआ था। इसे देखते हुए इस बार सावधानी बरती जा रही है और टिकरी, सिंघू व गाजीपुर समेत दिल्ली के प्रमुख प्रवेश द्वार को बंद किया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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