कतर में फीफा वर्ल्ड कप (FIFA World Cup) चल रहा है। इस्लाम का हवाला देकर जिस तरह की पाबंदियाँ खिलाड़ियों और दर्शकों पर थोपी गई है, उससे फुटबॉल विश्व कप का रंग फीका है। इस बीच एक खेल पत्रकार को स्टेडियम में प्रवेश करने से केवल इसलिए रोक दिया गया, क्योंकि उन्होंने रेनबो कलर की टीशर्ट पहन रखी थी। वहीं भगोड़ा जाकिर नाइक (Zakir Naik) जो कभी फुटबॉल के खेल को हराम बता चुका है, वह इस आयोजन में दीनी तकरीर के लिए कतर बुलाया गया है।
Wanted criminal Zakir Naik is in Qatar to preach during Fifa World Cup.
— Monica Verma (@TrulyMonica) November 20, 2022
Qatar had also given refuge to painter MF Husain
Attack on India over Nupur Sharma’s statements were led by Qatar
Why isn’t India calling out Qatar despite repeated provocations? pic.twitter.com/eOWRPZ8QXv
फीफा विश्व कप के खास मेहमान नाइक का सोशल मीडिया पर एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उसने फुटबॉल खेलने को गैर इस्लामिक करार दिया है। यह वीडियो 1:25 मिनट का है। इसमें जाकिर नाइक कह रहा है, “फुटबॉल एक पेशे के रूप में हराम है।” वह इसमें कई बार इस बात को दोहराता नजर आ रहा है। इसके अलावा वह कहता है, “मैं लोगों को इस पेशे में जाने के लिए नहीं कह सकता। मैं ये भी नहीं चाहता कि मेरा बेटा भी कभी एक प्रोफेशनल फुटबॉल प्लेयर बने।”
मालूम हो कि ब्रिटेन ने भी साल 2010 में जाकिर नाइक को नफरत फैलाने के आरोपों के चलते बैन कर दिया था। भारत में उस पर मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवाद को बढ़ावा देने, अवैध धर्मांतरण, नफरत फैलाने सहित कई मामलों चल रहे हैं।
“Football as a profession is Haram”
— INSIGHT UK (@INSIGHTUK2) November 21, 2022
Islamic preacher, Zakir Naik, who inspired some youths to join ISIS also said that #football as a profession is Haram in #Islam.
This is the same preacher who has been invited by #Qatar to preach Islam during the #WorldCup2022. #FIFAWorldCup pic.twitter.com/xETZ1caUBn
वहीं, कतर में सोमवार (21 नवंबर 2022) को एक पत्रकार को अमेरिका और वेल्स के बीच मैच के दौरान अहमद बिन अली स्टेडियम में रेनबो कलर की टी-शर्ट पहनने के कारण सुरक्षाकर्मियों ने हिरासत में ले लिया। यूएस बेस्ड ग्रांट वाहल के रूप में पहचाने जाने वाले पत्रकार ने जो टी-शर्ट पहनी थी, उसमें कुछ-कुछ रंग LGBTQ समुदाय के फ्लैग जैसा लग रहा था। इसके लिए उन्हें पहले एक सुरक्षा गार्ड ने रोका और फिर शर्ट उतारने को कहा, क्योंकि कतर में समलैंगिकता गैरकानूनी है।
Just now: Security guard refusing to let me into the stadium for USA-Wales. “You have to change your shirt. It’s not allowed.” pic.twitter.com/TvSGThMYq8
— Subscribe to GrantWahl.com (@GrantWahl) November 21, 2022
हिरासत के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने पत्रकार से पूछताछ की कि क्या वह यूनाइटेड किंगडम से है। कथित तौर पर, न्यूयॉर्क टाइम्स के एक पत्रकार को भी कुछ समय के लिए हिरासत में लिया गया था। वाहल ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “सुरक्षा गार्डों में से एक ने मुझे बताया कि वे मुझे अंदर बैठे फुटबॉल प्रेमियों से बचाने की कोशिश कर रहे हैं, जो इस टी-शर्ट को पहनने के लिए मुझे नुकसान पहुँचा सकते हैं। इसके बाद फीफा के एक प्रतिनिधि ने बाद में मुझसे भी माफी माँगी।” पत्रकार ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि फीफा और यूएस सॉकर दोनों के प्रतिनिधियों ने मुझे बताया था कि सार्वजनिक रूप से टी-शर्ट और रेनबो कलर के झंडों से कतर विश्व कप में कोई समस्या नहीं होगी।
Both FIFA and US Soccer representatives told me publicly that rainbows on shirts and flags would not be a problem at the Qatar World Cup. The problem is they don’t control this World Cup. The Qatari regime does, and it keeps moving the goalposts.https://t.co/1t1Wxz8w0P pic.twitter.com/ZJmNn8sKwD
— Subscribe to GrantWahl.com (@GrantWahl) November 22, 2022
आखिरकार, लंबी पूछताछ के बाद अमेरिकी पत्रकार को रेनबो टी-शर्ट के साथ अहमद बिन अली स्टेडियम में प्रवेश की अनुमति दी गई। कहा जा रहा है कि एलजीबीटीक्यू अधिकारों, बोलने की स्वतंत्रता और अपनी पसंद के कपड़े पहनने की आजादी के बारे में बातें करने वाले वाहल ट्विटर पर इस घटना के बारे में बताकर गायब हो गए।