कोरोना वायरस संक्रमण पर काबू पाने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है। इस दौरान जनता की मॉंग पर 80-90 के दौर के कई सीरियल का दोबारा प्रसारण शुरू किया गया है। इनमें से एक रामायण भी है। रामानंद सागर द्वारा बनाए गए इस सीरियल ने अस्सी के दशक के आखिर में नया इतिहास रचा था। टीआरपी के आँकड़े बता रहे हैं कि रामायण का जादू आज भी कायम है।
हालाँकि रामायण के री टेलीकास्ट पर वामपंथियों और कट्टरपंथियों ने सोशल मीडिया में अपनी खुंदक निकाली थी। इसके प्रसारण को उन्होंने एक एजेंडा बताया था। लेकिन आँकड़े बताते हैं कि रामायण के ख़िलाफ़ जहर उगलने वाले गिने-चुने लोग हैं, बाकी इस रामकथा को अपार प्रेम देने में लगे हैं। टीआरपी के लिहाज से इसने पिछले 5 साल का हर रिकॉर्ड कायम दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक इन दिनों रामायण की टक्कर में दूसरा कोई शो नहीं है। यह शो पिछले पाँच सालों में यानी 2015 से लेकर अब तक जनरल एंटरटेनमेंट केटेगरी (जीईसी) में बेस्ट सीरियल बन गया है। इस बात की जानकारी प्रेस इन्फर्मेशन ब्यूरो ने ट्वीट कर दी है। BARC रेटिंग में रामायण के रिपीट शो ने बाजी मारी है। इसे 4 शोज में ही 170 मिलियन व्यूज यानी 17 करोड़ दर्शक मिले हैं।
पीआईबी ने ट्वीट किया, “BARC के मुताबिक, हमने 2015 से टीवी ऑडियंस को मीजर करना शुरू किया। उस वक्त से किसी भी हिंदी जीईसी शो को इतनी ज्यादा रेटिंग नहीं मिली है, जितनी रामायण के री-टेलिकास्ट को मिली है।”
India Watches @DDNational, #IndiaFightsCarona
— PIB India 🇮🇳 #StayHome #StaySafe (@PIB_India) April 2, 2020
According to BARC, the re-telecast of #RAMAYAN, garnered the highest ever rating for a Hindi GEC show since 2015 when BARC started measuring TV audience
Read here: https://t.co/OqnZogCOKv pic.twitter.com/QB7v6SB2HB
इसके बाद प्रसार भारती के CEO ने लिखा, “मुझे यह बताते हुए काफी ख़ुशी हो रही है कि दूरदर्शन पर प्रसारित हो रहा शो ‘रामायण’ 2015 से अब तक का सबसे अधिक टीआरपी जनरेट करने वाला हिंदी जनरल एंटरटेनमेंट शो बन गया है।”
Thrilled to share that the re-telecast of RAMAYAN on @ddnational has garnered the highest ever rating for a Hindi GEC show since 2015 ( source: @BARCIndia )
— Shashi Shekhar (@shashidigital) April 2, 2020
यहाँ बता दें कि सोशल मीडिया यूजर्स की भारी माँग के बाद रामायण का प्रसारण इसी 28 मार्च से शुरू हुआ है। हर रोज दो बार इसका प्रसारण हो रहा है। दोनों समय दो अलग-अलग एपिसोड प्रसारित होते हैं। यानी दर्शको को एक ही दिन में दो एपिसोड देखने को मिल रहे हैं। ये दूरदर्शन पर रोज सुबह 9 बजे और रात में 9 बजे प्रसारित होता है।
उल्लेखनीय है कि रामानंद सागर के प्रयासों से पर्दे पर आई रामकथा ने 1988 में भी अनोखा इतिहास रचा था। उस दौरान लोगों से मिले अपार प्रेम का ही नतीजा है कि आज भी दर्शक का मोह इसके प्रति कम नहीं हुआ। 1988 में पहली बार प्रसारित हुआ ये धारावाहिक और इसका हर किरदार लोगों में इस तरह घर कर गया कि रामायण के प्रसारण से पहले लोग टीवी की आरती उतारते थे।
जानकारी के लिए ये भी बता दें कि लॉकडाउन के इस समय में दूरदर्शन ने रामायण के अलावा महाभारत, ब्योमकेश बक्शी, शक्तिमान, चाणक्या सहित और भी कई सीरियल्स का प्रसारण शुरू किया है।