मणिपुर के तनगनौपाल जिले में भारत-म्यांमार सीमा के पास स्थित मोरेह शहर से 9 रोहिंग्याओं को फर्जी आधारकार्ड के साथ गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार (जून 1, 2019) को यह जानकारी दी है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) विक्रमजीत ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि पुलिस को मिली गुप्त सूचना के बाद फर्जी आधारकार्ड रखने के आरोप में तनगनौपाल चेक से दो महिलाओं समेत चार रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया था। इन चारों को 27 मई को गिरफ्तार किया गया था।
India TV: Nine Rohingya Muslims arrested in Manipur with fake Aadhaar cards https://t.co/ZieVLTt9Oh
— Yuvraj Rajpal (@RajpalYuvraj) June 1, 2019
इसके अलावा पुलिस ने 28 मई को मोरेह शहर में एक होटल से तीन महिलाओं समेत 5 अन्य रोहिंग्याओं को गिरफ्तार किया। एसपी ने बताया कि जाँच में खुलासा हुआ कि गिरफ्तार किए गए रोहिंग्याओं में से एक ताहिर अली ने स्थानीय मणिपुरी मुस्लिम महिला से विवाह किया और वही इन विदेशियों को अवैध तरीके से देश के अंदर लाने के मामले का मास्टरमाइंड था।
पुलिस ने कहा कि अली को थौबल जिले से गिरफ्तार किया गया। उन्होंने कहा कि ताहिर अली को छोड़कर ये सभी फर्जी आधार कार्ड लेकर राज्य की राजधानी से सीमाई शहर आए थे। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार रोहिंग्या न तो हिन्दी और न ही अंग्रेजी बोलना जानते हैं, जिसके कारण उनसे बात करने में परेशानी आ रही है। उन्होंने बताया कि वे भारत के अंदर कैसे घुसे और फर्जी आधारकार्ड उन्हें कैसे मिला, इस बारे में पता लगाया जा रहा है।
रोहिंग्या का मुद्दा काफी पुराना है। म्यांमार से अवैध रूप से रोहिंग्या भारत में प्रवेश करते रहे हैं। मोदी सरकार ने इन पर कठोर कार्रवाई करते हुए पिछले साल रोहिंग्या नागरिकों को वापस उनके देश म्यांमार वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी थी। पिछले साल अक्टूबर में शुरू हुई इस प्रक्रिया में सात रोहिंग्या नागरिकों को म्यांमार सौंपा गया था।