साउथ अफ्रीका ने जोहांसबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन कप्तान डीन एल्गर (Dean Elgar) की नाबाद 96 रनों की पारी के दम पर भारतीय टीम को 7 विकेट से हरा दिया। घरेलू मैदान में अपनी दमदार बल्लेबाजी के बाद डीन एग्लर खासा चर्चा में आ गए हैं। उन्होंने चौथे दिन के खेल से पहले रात को अपने पिता रिचर्ड एग्लर को कह दिया था कि टीम इंडिया को उन्हें पवेलियन भेजने के लिए उनकी हड्डियाँ तोड़नी होंगी, नहीं तो वह आउट होने वाले नहीं हैं।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, रिचर्ड एग्लर (Richard Elgar) ने बताया, “बुधवार की रात डीन ने मुझसे कहा – “पिताजी! मैं कल (गुरुवार) खेल खत्म होने तक क्रीज पर बना रहूँगा। अगर वे मुझे पवेलियन भेजना चाहते हैं, तो भारतीय गेंदबाजों को मेरी शरीर की हड्डी तोड़नी होगी, मुझे घसीट कर मैदान से बाहर ले जाना होगा, वरना मैं आउट होने वाला नहीं हूँ।”
रिचर्ड एल्गर के अनुसार, डीन बचपन से ही बहुत जिद्दी हैं। उन्होंने बताया कि जब डीन 5 साल के थे, तो वह अपने से छह साल बड़े दोस्त के भाई के साथ क्रिकेट खेल रहे थे। दो सीनियर लड़के डीन को तेज गेंदबाजी कर रहे थे। तब 5 साल के डीन ने मेरी तरफ देखा और कहा कि चिंता मत करो डैड। वे मुझे आउट नहीं करेंगे। डीन एल्गर के पिता ने बताया कि अगर वह आउट हो जाते, तो एक बार और बल्लेबाजी करना चाहते, क्योंकि वह उनसे बहुत छोटे थे।
डीन एल्गर के पिताजी ने बताया कि अगर वो कोई फैसला कर लेते हैं कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखते हैं। उन्होंने उसके बचपन से जुड़ा एक किस्सा भी बताया, “डीन का बचपन से ही सपना था कि वह एक महान क्रिकेटर बने। एक दिन स्कूल की प्रिंसिपल ने उसे क्लासवर्क और पढ़ाई पर मेहनत करने के लिए कहा। इतना सुनते ही वह उन पर भड़क गया और उन्हें जवाब देते हुए कहा कि मैं यहाँ क्रिकेट खेलने के लिए हूँ। उस समय प्रिंसिपल को भी भरोसा नहीं हुआ कि उन्होंने क्या सुना। उन्होंने मुझसे इसके बारे में सालों बाद बताया था।”
Only Dean Elgar can play a knock like that!
— OneCricket (@OneCricketApp) January 6, 2022
He ensures that South Africa ended on the winning side this time at Jo’burg!
Skipper’s 96*(188) helps SA win by 7 wickets and square the series!#SAvIND #INDvSA #Bumrah #Siraj #Captaincy #Virat #Shardul #Bavumapic.twitter.com/Xumlf8fhdI
पहला टेस्ट मैच जीत चुके भारत से साउथ अफ्रीका ने दूसरा मैच जीत लिया है। इस जीत के लिए 188 गेंदों में 10 चौके जड़ने वाले कप्तान डीन ने भारतीय गेंदबाजों की बहुत सारी गेंदें अपने शरीर पर झेली हैं। उन्होंने बताया कि इंडिया के बॉलर लगातार उनको शॉर्ट बॉल फेंक रहे थे, जिससे उन्हें खासा दिक्कतें हो रही थीं।