Friday, November 15, 2024
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कुश्ती फेडरेशन से खेल मंत्रालय ने माँगा जवाब, लखनऊ का कैंप रद्द: बोले WFI अध्यक्ष- यौन शोषण साबित हुआ तो फाँसी लगा लूँगा

"मैं किसी भी तरह की जाँच का सामना करने के लिए तैयार हूँ। यौन उत्पीड़न जैसा कभी नहीं हुआ। अगर एक भी एथलीट आगे आता है और यह साबित करता है तो मैं फाँसी लगा लूँगा।"

भारतीय पहलवानों ने बुधवार (18 जनवरी 2023) को भारतीय कुश्ती फेडरेशन (Wrestling Federation of India) के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसमें, मानसिक प्रताड़ना, जान से मारने की धमकी और यौन शोषण जैसे आरोप शामिल हैं। इसको लेकर खेल मंत्रालय ने कुश्ती फेडरेशन से 72 घंटे के भीतर जवाब माँगा है। जवाब नहीं देने पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है।

खेल मंत्रालय ने बयान जारी कहा है, “दिल्ली में ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों के मेडल विजेताओं सहित अन्य पहलवानों द्वारा किए गए विरोध और प्रेस कॉन्फ्रेंस को संज्ञान में लिया गया है। पहलवानों ने भारतीय कुश्ती फेडरेशन (WFI) के अध्यक्ष और कोचों पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। कामकाज में अव्यवस्था और इन आरोपों को लेकर फेडरेशन से 72 घंटे के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।”

खेल मंत्रालय ने यह भी कहा है कि यदि कुश्ती फेडरेशन 72 घंटे के भीतर जवाब नहीं देता है तो मंत्रालय राष्ट्रीय खेल विकास संहिता, 2011 के नियमों के अनुसार कार्रवाई करेगा। इसके अलावा, खेल मंत्रालय ने मौजूदा स्थितियों को देखते हुए लखनऊ में भारतीय खेल प्राधिकरण के राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र में आयोजित महिला राष्ट्रीय कुश्ती प्रशिक्षण शिविर को भी रद्द कर दिया है। इस शिविर की शुरुआत बुधवार (18 जनवरी 2023) को हुई।

इस शिविर में 41 पहलवानों और 13 प्रशिक्षकों को शामिल होना था। इसके लिए, कई पहलवान लखनऊ पहुँच चुके थे। ऐसे में मंत्रालय ने NCOE के कार्यकारी निदेशक को कहा है कि वह इस शिविर के लिए पहुँचने वाले लोगों को सभी सुविधाएँ प्रदान करें।

वहीं, इन आरोपों को लेकर मीडिया से बात करते हुए भारतीय कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह ने कहा है, “97% खिलाड़ी फेडरेशन के साथ हैं। मैं यौन उत्पीड़न के आरोपों से आहत हूँ। कोई भी खिलाड़ी मुझ पर या मुख्य कोच पर ये आरोप नहीं लगा सकता।”

उन्होंने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों पर कहा, “यह मेरे खिलाफ एक साजिश है। इसमें एक बड़े उद्योगपति का हाथ है। जब विनेश फोगट हार गईं थी तो मैंने ही उन्हें प्रेरित किया था। मैं खिलाड़ियों से बात करूँगा। मैं किसी भी तरह की जाँच का सामना करने के लिए तैयार हूँ। यौन उत्पीड़न जैसा कभी नहीं हुआ। अगर एक भी एथलीट आगे आता है और यह साबित करता है तो मैं फाँसी लगा लूँगा।”

दरअसल, ओलंपिक व राष्ट्रमंडल खेलों में मेडल जीतने वाले रेसलर समेत कई पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दिया था। उनका आरोप है कि कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष व कोच पहलवानों का शोषण कर रहे हैं। धरने पर बैठी महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कहा था, “कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण और राष्ट्रीय शिविर में कुछ कोचों ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया है। मैंने आज खुले तौर पर यह कहा है। मुझे नहीं पता कि मैं कल जीवित रहूँगी या नहीं।”

उन्होंने कहा था, “वे हमारे निजी जीवन में भी दखल देते हैं और हमें परेशान करते हैं। वे हमारा शोषण कर रहे हैं। जब हम ओलंपिक में गए थे तो हमारे पास फिजियो या कोच नहीं था। टोक्यो ओलंपिक में हार के बाद बृजभूषण सिंह ने मुझे खोटा सिक्का कहा। फेडरेशन ने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है। मैं हर दिन अपने जीवन को समाप्त करने के बारे में सोचती थी। किसी पहलवान को कुछ होता है तो जिम्मेदारी बृजभूषण सिंह पर होगी।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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