श्रीलंका के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा द्वारा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव और एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के अध्यक्ष जय शाह पर दिए गए बयानों को लेकर श्रीलंका की सरकार ने खेद व्यक्त किया है। रणतुंगा ने शाह पर श्रीलंकाई क्रिकेट में हस्तक्षेप करने और देश में खेल की गिरावट के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया था। श्रीलंकाई सरकार ने रणतुंगा के बयानों से खुद को अलग कर लिया है और कहा है कि वे श्रीलंकाई सरकार या लोगों के विचारों को नहीं दर्शाते हैं।
बता दें कि अर्जुन रणतुंगा ने कहा था, “जय शाह श्रीलंका क्रिकेट को चला रहे हैं। जय शाह के दबाव के कारण श्रीलंका क्रिकेट बर्बाद हो रहा है। भारत में एक आदमी श्रीलंकाई क्रिकेट को बर्बाद कर रहा है। वह केवल अपने पिता के कारण शक्तिशाली हैं, जो भारत के गृह मंत्री हैं।”
उनके इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया था, जिसके बाद अब श्रीलंकाई सरकार को माफी माँगनी पड़ी है। इस बारे में शुक्रवार (17 नवंबर 2023) को संसद में बात करते हुए श्रीलंका के मंत्री हरिन फर्नांडो और कंचना विजेसेकरा ने रणतुंगा के उस बयान को लेकर खेद व्यक्त किया।
श्रीलंका सरकार के दोनों मंत्रियों ने कहा कि श्रीलंका में जो कुछ भी चल रहा है, उसकी जवाबदेही स्थानीय प्रशासकों की है, न कि बाहरी लोगों की। संसद में मंत्री कंचना विजेसेकरा ने कहा, “हम एक सरकार के रूप में एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष जय शाह के प्रति अपना खेद व्यक्त करते हैं। हम अपने संस्थानों की कमियों के लिए जय शाह या अन्य देशों पर अंगुली नहीं उठा सकते।”
वहीं, पर्यटन मंत्री फर्नांडो ने आईसीसी से इस बैन को हटाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आईसीसी के इस बैन से देश पर असर पड़ेगा, क्योंकि अगले साल अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप का आयोजन होना है। अगर ये बैन जारी रहा तो कोई भी देश श्रीलंका का दौरा नहीं करेगा और श्रीलंकाई क्रिकेट को आईसीसी से कोई पैसा नहीं मिलेगा। इसकी वजह से श्रीलंका में क्रिकेट के प्रबंधन की कमर टूट जाएगी।
बता दें कि क्रिकेट विश्वकप 2023 का फाइनल मुकाबला 19 नवंबर को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अहमदाबाद में खेला जाएगा। श्रीलंकाई टीम का सफर इस वर्ल्ड कप में निराशाजनक रहा है। श्रीलंका को बड़ा झटका तब लगा, जब वर्ल्ड कप से बाहर होने के बाद आईसीसी ने सरकारी हस्तक्षेप के चलते श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड को बर्खास्त कर दिया था। आईसीसी के इस फैसले के बाद अर्जुन रणतुंगा ने बीसीसीआई के सचिव जय शाह पर आरोप लगाया था कि उनके कारण श्रीलंका क्रिकेट बर्बाद हो रहा हैं।