Friday, November 15, 2024
Homeविविध विषयअन्यTokyo Olympics 2020: रेसलर रवि कुमार दहिया ने फाइनल में बनाई जगह, भारत का...

Tokyo Olympics 2020: रेसलर रवि कुमार दहिया ने फाइनल में बनाई जगह, भारत का एक और मेडल हुआ पक्का

रवि दहिया ने पहले दौर में कोलंबिया के टिगरेरोस उरबानो आस्कर एडवर्डो को 13-2 से हराने के बाद बुल्गारिया के जॉर्जी वेलेंटिनोव वेंगेलोव को 14-4 से हराया था। ऐसे में उन्हें फाइनल मुकाबले में प्रवेश का प्रबल दावेदार माना जा रहा था।

परुषों की 57 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती में भारत के रवि कुमार दहिया (Ravi Kumar Dahiya) ने फाइनल में अपनी जगह बना ली है। इसी के साथ टोक्यो ओलंपिक्स में भारत का चौथा मेडल भी पक्का हो चुका है। बुधवार (4 अगस्त, 2021) को खेले गए सेमीफाइनल मैच में रवि ने कजाकिस्तान के नूरइस्लाम सानायेव को मात दिया। ओलंपिक्स में कुश्ती के फाइनल में पहुँचने वाले दहिया दूसरे भारतीय हैं। इससे पहले यहाँ तक सुशील कुमार पहुँचे थे।

बता दें कि रवि दहिया ने पहले दौर में कोलंबिया के टिगरेरोस उरबानो आस्कर एडवर्डो को 13-2 से हराने के बाद बुल्गारिया के जॉर्जी वेलेंटिनोव वेंगेलोव को 14-4 से हराया था। ऐसे में उन्हें फाइनल मुकाबले में प्रवेश का प्रबल दावेदार माना जा रहा था।

बुल्गारिया के जॉर्जी वेलेंटिनोव वेंगेलोव के खिलाफ दहिया शुरू से ही हावी रहे और उन्होंने उन्हें इस मैच में कोई मौका नहीं दिया। इससे पहले प्री-क्वॉर्टर फाइनल में रवि कुमार और कोलंबिया के पहलवान के बीच पहले राउंड की शुरुआत में कड़ा मुकाबला देखने को मिला। दहिया ने शानदार प्रदर्शन कर पहले मिनट में दो अंक हासिल किए, लेकिन उरबानो ने रिवर्स टेकडाउन से स्कोर बराबर कर लिया। इसके बाद रवि ने वापसी की और एक और अंक अर्जित किया। इसके साथ ही वो टिगरेरोस उरबानो से पहला राउंड 13-2 से जीतने में कामयाब रहे। सेमीफाइनल में पुनिया का सामना अमेरिका के पहलवान डेविड टेलर से होगा।

बता दें कि इससे पहले भारतीय महिला बॉक्सर लवलीना बोरगेहेन को टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक प्राप्त हुआ है। हालाँकि, सेमीफाइनल में उन्हें तुर्की की बुसेनज सुरमैनेली ने हरा दिया। 23 वर्ष की लवलीना बोरगेहेन ने पहले ही भारत के लिए मेडल सुनिश्चित कर लिया था। उन्हें वीमेंस वेल्टरवेट (69 किलोग्राम) वर्ग में ये ख़िताब प्राप्त हुआ। पहले दोनों राउंड में लवलीना ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन तुर्की की खिलाड़ी ने अंतिम कुछ सेकेंड्स में वापसी की।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कश्मीर को बनाया विवाद का मुद्दा, पाकिस्तान से PoK भी नहीं लेना चाहते थे नेहरू: अमेरिकी दस्तावेजों से खुलासा, अब 370 की वापसी चाहता...

प्रधानमंत्री नेहरू पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर सौंपने को तैयार थे, यह खुलासा अमेरिकी दस्तावेज से हुआ है।

‘छिछोरे’ कन्हैया कुमार की ढाल बनी कॉन्ग्रेस, कहा- उन्होंने किसी का अपमान नहीं किया: चुनावी सभा में देवेंद्र फडणवीस की पत्नी को लेकर की...

कन्हैया ने फडणवीस पर तंज कसते हुए कहा, "हम धर्म बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं और डेप्युटी सीएम की पत्नी इंस्टाग्राम पर रील बना रही हैं।"

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -