टीम इंडिया ICC वनडे क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 में रविवार (29 अक्टूबर, 2023) को इंग्लैंड के खिलाफ लीग मैच खेल रही है। इस दौरान भारतीय क्रिकेटरों को अपनी बाँह पर काली पट्टी बाँध कर खेलते हुए देखा गया। सोशल मीडिया पर कई लोग इसके बाद सवाल पूछने लगे कि आखिर भारतीय खिलाड़ी इस मैच में काली पट्टी बाँध कर क्यों खेल रहे हैं। बता दें कि किसी दुःख के मौके पर या पीड़ितों के समर्थन में अक्सर खिलाड़ी ऐसा करते रहे हैं।
असल में रोहित शर्मा एन्ड कंपनी के खिलाड़ी अपनी बाँह पर काली पट्टी बाँध कर इसीलिए खेल रहे हैं क्योंकि हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी का निधन हुआ है। बिशन सिंह बेदी भारत के दिग्गज स्पिन गेंदबाज हुआ करते थे, जिन्होंने 77 वर्ष की उम्र में सोमवार (23 अक्टूबर, 2023) को अंतिम साँस ली। भारत के लिए 67 टेस्ट मैच खेलते हुए 1967 से लेकर 1979 तक बिशन सिंह बेदी ने 266 विकेट लिया था।
भारत ने जब पहली बार वनडे में जीत दर्ज की थी, उसमें बिशन सिंह बेदी का अहम रोल था। उन्होंने उस मैच में 12 ओवर फेंका था, जिसमें से 8 तो मेडेन ओवर थे। साथ ही उन्होंने मात्र 6 रन देकर एक विकेट भी झटका था। ईस्ट अफ्रीका के खिलाफ 1975 के वर्ल्ड कप में ये मैच हुआ था, जिसमें विरोधी टीम मात्र 120 के स्कोर पर सिमट गई थी। अमृतसर में जन्मे बिशन सिंह बेदी फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अब भी सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज हैं।
#TeamIndia will be wearing Black Armbands in memory of the legendary Bishan Singh Bedi before the start of play against England in the ICC Men's Cricket World Cup 2023.#CWC23 | #MenInBlue | #INDvENG
— BCCI (@BCCI) October 29, 2023
उन्होंने इस फॉर्मेट में 370 मैचों में 1560 विकेट झटके हैं। उन्होंने दिल्ली की तरफ से घरेलू क्रिकेट में पदार्पण किया था। इतना ही नहीं, इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में भी उन्होंने लोहा मनवाया था और नॉर्थहैम्पटनशायर की तरफ से 102 मैचों में 1972-77 के बीच 434 विकेट झटके थे। अब भारतीय क्रिकेट टीम उन्हें श्रद्धांजलि दे रही है। BCCI ने भी मैच से पहले इसकी जानकारी दी कि खिलाड़ी ब्लैक आर्म बैंड पहन कर खेलेंगे। बिशन सिंह बेदी निधन से पहले बीमार चल रहे थे।
इसी तरह जब महान गायिका लता मंगेशकर का निधन हुआ था, तब भी टीम इंडिया नरेंद्र मोदी स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ काली पट्टी बाँध कर खेलने उतरी थी।