बीते कुछ सालों में चंद्रयान-2 के कुछ टेस्ट पूरे न होने के कारण यान को लॉन्च नहीं किया जा सका था। लेकिन अब लगता है इंतजार जल्द ही खत्म होने वाला है। बताया जा रहा है कि ISRO इन दिनों चंद्रयान मिशन को लॉन्च करने की तैयारी में जोरो-शोरों से जुटा हुआ है। अनुमान है कि इसे अगले महीने तक लॉन्च कर दिया जाएगा।
चंद्रयान-2 को पहले 2017 में लॉंच करने का और फिर 2018 में लॉन्च करने का ऐलान किया गया था, लेकिन दोनों ही बार रोवर और लैंडर न होने के कारण यह मुमकिन नहीं हो पाया। लेकिन अभी हाल ही में ISRO के चेयरमैन डॉ के सिवन ने बताया था कि इस अप्रैल में चंद्रयान को लॉन्च करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी बताया था कि अगर अप्रैल में ऐसा नहीं हो पाता है तो जून में इसे लॉन्च किया जाएगा। बता दें कि जिस समय को यान के लॉन्च के लिए चुना गया है, उसी दौरान चुनाव की सरगर्मियाँ भी तेज होंगी ।
चंद्रयान 2: चुनाव के बीच में चांद जाएगा यान, इसरो की तैयारियां जोरों परhttps://t.co/tyDul0Juya via @NavbharatTimes#ISROMissions #Chandrayaan #LokSabhaElection2019 #ElectionsWithTimes pic.twitter.com/zKqfZjcWrN
— NBT Hindi News (@NavbharatTimes) March 29, 2019
बता दें इस चंद्रयान-2 का वजन 3290 किलो होगा। इसमें लगे ऑर्बिटर और रोवर की मदद से चंद्रमा की सतह पर मौजूद मिनरल्स और अन्य पदार्थों के बारे में डेटा एकत्रित किया जाएगा।
ISRO के मुताबिक लैंडर को चंद्रमा के साउथ पोल में उतारा जाना तय हुआ है, जिसके लिए दो जगहों का चयन भी किया गया है। लेकिन इनमें से किसी एक को फाइनल किया जाना है। बता दें कि जिन दो जगहों का चयन किया गया है उनमें से अभी तक किसी भी जगह पर किसी देश का लैंडर नहीं उतरा है।
ISRO की माने तो साउथ पोल की जमीन सॉफ्ट है और रोवर को इधर से उधर मूव करने में कोई दिक्कत नहीं होगी। रोवर में छह पहिए हैं और इसका वजन 20 किलो बताया जा रहा है। पावर समस्या से बचने के लिए रोवर को सोलर पावर वाले उपकरणों से भी लैस किया गया है। जिससे रोवर की दूरी का सटीक पता लगाने में आसानी होगी।