IAF की एयरस्ट्राइक के 6 महीने बाद पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं। जानकारी के अनुसार जैश-ए-मोहम्मद के 40 से 50 आतंकवादी इस समय वहाँ ट्रेंनिंग ले रहे हैं, जिनमें फिदायीन हमलावर भी शामिल हैं। इन्हें सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए बालाकोट भेजा गया है। जिनके ट्रेनिंग कैंप पर टेक्निकल सर्विलांस के जरिए बराबर नजर रखी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय वायुसेना द्वारा एयरस्ट्राइक के बाद से बालाकोट में आतंकियों का ये कैंप बंद था। लेकिन अब तकरीबन 6 महीने बाद इसे खोल दिया गया। जिससे यहाँ आतंकी गतिविधियाँ दोबारा से चालू होने की खबर है।
Government Sources: 45-50 terrorists including suicide bombers training at Jaish-e-Mohammed terrorist facility in Balakot (Pakistan) pic.twitter.com/xT8SBWUN6d
— ANI (@ANI) October 14, 2019
बता दें कि पिछले महीने सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि पाकिस्तान के बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के आतंकवादी फिर से सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने कहा था कि करीब 500 आतंकवादी इस समय घुसपैठ के इंतजार में हैं और पाक सेना उन्हें बॉर्डर पार से फायरिंग करके मदद करने की कोशिश कर रही है।
लेकिन इस दौरान उन्होंने ये भी आश्वासन दिया था कि किसी भी प्रकार की घुसपैठ को रोकने के लिए भारतीय सेना के जवान अलर्ट पर हैं।
सेनाध्यक्ष ने सरहद पर जारी तनाव के संदर्भ में कहा था कि हमारी उत्तर-पश्चिम की सीमाओं पर तनाव की स्थिति है। हर देश को अपनी सीमाओं को सुरक्षित करना होगा। उन्होंने इस दौरान कहा था। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि देश में किसी भी तरह से घुसपैठ न होने पाए। पाकिस्तान का नाम लिए बिना सेनाध्यक्ष ने बयान दिया था कि हमारा पश्चिमी पड़ोसी राज्य प्रायोजित आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहा है।
ग़ौरतलब है कि पुलवामा में आतंकी हमले के बाद 26 फरवरी को भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। भारतीय वायु सेना की इस एयरस्ट्राइक में जैश के ट्रेनिंग कैम्प ध्वस्त हो गए थे। वायु सेना की रिपोर्ट के अनुसार बालाकोट में उनके 80% निशाने सही लगे।