पंजाब पुलिस ने रविवार (सितंबर 22, 2019) को राज्य में पुनर्जीवित हुए खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स के एक आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश करते हुए भारी मात्रा में हथियार गोला-बारूद के साथ 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि इस कामयाबी के साथ पुलिस ने पंजाब एवं आसपास के राज्यों में होने वाले आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टेन अमरिंदर सिह ने इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ बताते हुए आगे की जाँच को एनआईए को सौंपने का फैसला किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो कहा जा रहा है कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन को पाकिस्तान और जर्मनी स्थित एक आतंकी संघठन का समर्थन मिला हुआ था। जिसकी मदद से यह संगठन पंजाब और उसके पड़ोसी राज्यों में आंतकी हमले की तैयारी में जुटा था। इनका काम देश में पैसों और हथियारों की व्यवस्था के अलावा स्लीपर सेल की पहचान करना, कट्टरपंथी युवकों की पहचान करना और उनकी भर्ती करना था।
इसके अलावा मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में भी कहा गया कि टेरर मॉड्यूल पंजाब और उसके पड़ोसी राज्यों में आतंकी हमले की तैयारी में था। गिरफ्तार हुए आतंकियों की पहचान बलवंत सिंह उर्फ बाबा, आकाशदीप उर्फ आकाश रंधावा, हरभजन सिंह और बलबीर सिंह के रूप में हुई है। इनके ख़िलाफ़
गैरकानूनी गतिविधियाँ रोकथाम अधिनियम, शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, कारागार अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
Punjab Chief Minister’s Office:Module was conspiring to unleash series of terror strikes in Punjab and/or adjoining states.Police seized huge cache of arms including 5 AK-47 rifles,pistols,satellite phones and hand grenades. Further investigations in the case handed over to NIA https://t.co/OsH6o8yokg
— ANI (@ANI) September 22, 2019
प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस को इन आतंकियों के कब्जे से भारी मात्रा में (500 राउंड) गोला-बारूद बरामद हुआ है। साथ ही पुलिस को इनके पास से 5 एके-47, कुछ पिस्टल्स, सैटलाइट फोन और एक सफेद मारूती सुजुकी कार भी मिली है, जिस पर पंजाब का रजिस्ट्रेशन नंबर है। इनके पास से 10 लाख रुपए की फर्जी करेंसी भी प्राप्त हुई है।
यहाँ बतातें चलें कि शुरूआती जाँच में खुलासा हुआ है कि पाकिस्तान द्वारा सीमा पार आतंकवादियों को हथियार और संचार हार्डवेयर पहुँचाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा था। जिसकी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान में दी गई है। इस बयान में ये भी बताया गया है कि मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से भारतीय वायु सेना और सीमा सुरक्षा बल को आवश्यक जवाबी कार्रवाई शुरू करने का निर्देश देने का आग्रह किया था।
वहीं, डीजीपी दिनकर गुप्ता के अनुसार, पाकिस्तान की आईएसआई द्वारा प्रायोजित जिहादी और समर्थक खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों को सीमा पार से हाल ही में हथियारों की डिलीवरी की गई थी। उनके मुताबिक, “घाटी में हाल के घटनाक्रमों के मद्देनजर बड़े पैमाने पर घुसपैठ जम्मू और कश्मीर, पंजाब और भारतीय भीतरी इलाकों में आतंकवाद और उग्रवाद को बढ़ाने के उद्देश्य से की गई।”