जून का महीना ख़त्म होते-होते देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या 1 लाख तक पहुँच सकती है। ऐसा दिल्ली सरकार द्वारा बनाई गई कमिटी का ही कहना है। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा गठित 5 सदस्यीय कमिटी ने अनुमान लगाया है कि जून 2020 के अंत तक कोरोना संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1 लाख तक पहुँच जाएँगे।
कमिटी ने सरकार को सुझाव दिया है कि दिल्ली में मरीज़ों की जरूरत को पूरा करने के लिए 15,000 अतिरिक्त बेडों की व्यवस्था करनी पड़ेगी। अहमदाबाद, मुंबई और चेन्नई जैसे अन्य शहरों के रुझानों से संबंधित डेटा का अध्ययन करने के बाद कमिटी के अध्यक्ष डॉक्टर महेश वर्मा ने जानकारी दी कि उन्होंने सरकार को अपनी रिपोर्ट जमा करा दी है और उनका लक्ष्य है कि किसी भी मरीज को परेशानी न होने पाए।
डॉक्टर वर्मा ने बताया कि सरकार संक्रमितों की संख्या में वृद्धि से निपटने के लिए तैयार हो रही है। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त बेड्स की व्यवस्था तो करनी ही पड़ेगी, भले ही इन्हें होटलों में ही क्यों न शिफ्ट करना पड़े। उन्होंने ये भी कहा कि ऐसी स्थिति में वहाँ ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था करनी पड़ेगी।
अधिकारियों का कहना है कि फ़िलहाल दिल्ली में कोरोना मामलों का डबलिंग रेट 15 दिन पहुँच गया है। यानी हर आधे महीने की दर से केस दोगुने हो रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अगर 15 जुलाई तक के आँकड़ों का अनुमान लगाया जाए तो 42,000 अतिरिक्त बेड्स की व्यवस्था करनी होगी। कमिटी ने ही सुझाव दिया था कि दिल्ली के स्वास्थ्य ढाँचे का इस्तेमाल सिर्फ़ दिल्लीवासियों के लिए ही होनी चाहिए, अन्य राज्यों के नागरिकों के लिए नहीं।
मुख्यमंत्री ने घोषणा भी कर दी है कि दिल्ली में रह रहे दूसरे राज्यों के लोग या दूसरे राज्यों के वे लोग जो यहाँ आकर इलाज करवाना चाहते हैं, वो सिर्फ केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र वाले अस्पतालों (जैसे AIIMS) में यह सुविधा उठा सकते हैं।
Members of an expert committee have predicted that there will be 100,000 cases of coronavirus in Delhi by the end of June which would lead to the need of around 42,000 by mid-July. https://t.co/05TOcMfkLK
— CNNNews18 (@CNNnews18) June 7, 2020
दिल्ली के अस्पतालों की हालत को लेकर सीएम केजरीवाल लगातार विपक्ष के निशाने पर हैं। कमेटी के सदस्यों में जीटीबी अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ. सुनील कुमार, दिल्ली चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ. अरुण गुप्ता, दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष डॉ. आरके गुप्ता और मैक्स अस्पताल के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर निदेशक डॉ. संदीप बुद्धिराजा शामिल हैं। इस कमिटी के गठन का लक्ष्य कोरोना को लेकर तैयारियों की समीक्षा करना था।
फिलहाल दिल्ली में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 27,654 तक पहुँच गई है। अकेले 6 जून को 1320 मामले आए, जो मुंबई से भी ज्यादा है। अभी भी यहाँ कोरोना के कुल 16,229 सक्रिय मरीज हैं। 53 नई मौतों के साथ मृतकों की संख्या भी 761 तक पहुँच गई है। 10,664 लोगों को ठीक किया जा चुका है लेकिन रिकवरी दर काफी नीचे है, जिसने सरकार की चिंताओं को बढ़ा दिया है।