देश के कई राज्य बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हैं। कर्नाटक भी इन राज्यों में है। बचाव दल के अलावा स्थानीय लोग भी मुसीबत में फँसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए खुद जोखिम उठा रहे हैं। ऐसी ही एक घटना में एम्बुलेंस को रास्ता दिखाने के लिए 12 साल का वेंकटेश गहरे पानी में उतर गया। सोशल मीडिया पर उसकी बहादुरी का वीडियो वायरल हो गया है।
वेंकटेश की बहादुरी पर एक नज़र:
The heroes R created by the Situations.
— Mahantesh Vakkund (@MahantVakkund) August 11, 2019
A brave boy walks the river to guide the Ambulance to show the road.
Location: Krishna Nadi, Devadurga – Yadgir Rd of KA.
He must be given a presidential award@CMofKarnataka @rashtrapatibhvn @narendramodi @PMOIndia pic.twitter.com/rEusmwfIuv
वीडियो में आप देख सकते हैं कि बाढ़ के पानी से घिरे एक पुल से गुजरने का रास्ता एम्बुलेंस को नहीं मिलता तो वेंकटेश गहरे पानी में उतर जाता है। अपनी जान की परवाह किए बिना वेंकटेश पानी में कूद जाता है और आगे-आगे चलकर एम्बुलेंस को रास्ता दिखाता है।
रायचूर के पुलिस अधीक्षक सीबी वेदमूर्ति ने न्यूज़ एजेंसी IANS को बताया कि जैसा कि वेंकटेश 500 मीटर सड़क पुल से परिचित था, उसने एम्बुलेंस के आगे चलकर ड्राइवर का मार्गदर्शन किया। उसने यह काम बिना देरी के और बिना अपनी जान की परवाह किए बिना किया।
पुलिस अधीक्षक वेदमूर्ति ने कहा,
“मैंने वेंकटेश की अध्यापिका वीना और उनके पिता देवप्पा से कहा है कि मैं डिग्री कॉलेज तक उनकी शिक्षा शुल्क का भुगतान करूँगा क्योंकि अभी वो कक्षा 6 में पढ़ रहा है।”
वेंकटेश के जज़्बे को अधिकारियों ने सराहा और 73वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को रायचूर के ज़िला उपायुक्त बी शरत ने उसे बहादुरी के लिए सम्मानित किया।
सोशल मीडिया पर यूज़र्स ने भी वेंकटेश की बहादुरी की सराहना की। एक ट्विटर यूज़र ने लिखा, “इस लड़के ने वास्तव में बहादुरी का काम किया है।”
This boy has really done a brave work….@BeingSalmanKhan
— Kishan BKR Kedilaya (@kishanbkr) August 11, 2019