Thursday, November 14, 2024
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बिहार में 19 साल की लड़की का पिता के सामने गैंगरेप; फैज, अब्दुल, कालू, कासिम, तकसीर और अंसार आरोपित

इनमें से दो आरोपित बिजली मिस्त्री का काम करते हैं, और इन्होंने ही पानी के बहाने पीड़ित परिवार के घर का दरवाज़ा खुलवाया था।

बिहार के किशनगंज जिले में एक लड़की के साथ पिता के सामने 6 युवकों ने गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। कोधोबड़ी थाना क्षेत्र में आरोपितों ने लड़की के पिता को बाँध कर उसकी 19 साल की बेटी के साथ गैंगरेप किया।

पीड़िता के पिता ने बताया, “कुछ लोगों ने देर रात पानी के बहाने उनके घर का गेट खुलवाया और उसके बाद उन्हें बंधक बनाकर गाँव से बाहर लेकर चले गए। उन्होंने कहा कि गाँव से बाहर ले जाकर दबंगों ने मुझे रस्सी से बाँध कर मेरे सामने मेरी बेटी का गैंगरेप किया।”

पीड़ित परिवार हाल ही उस गाँव में आकर रहने लगा था। पीड़िता के पिता ने थाने पहुँचकर आरोपितों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज करवाया है। आरोपितों ने पीड़ित परिवार को मुक़दमा लिखाने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। पीड़िता के पिता ने बताया कि सभी आरोपी गाँव के ही रहने वाले हैं, इनमें फैज आलम, अब्दुल मन्नान, कालू, कासिम, तकसीर और अंसार शामिल हैं। इनमें से दो आरोपित बिजली मिस्त्री का काम करते हैं, और इन्होंने ही पानी के बहाने पीड़ित परिवार के घर का दरवाज़ा खुलवाया था।

फ़िलहाल पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए आरोपितों की गिरफ़्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है। घटनास्थल पर पहुँचे एसपी कुमार आशीष ने कहा कि जल्द आरोपितों को गिरफ़्तार किया जाएगा, और उनके ख़िलाफ़ स्पीडी ट्रायल चलाया जाएगा। एसपी ने कहा कि गाँव वालों ने शुरुआत में पीड़िता और उसके पिता को पंचायत के जरिए मामले को निपटाने के लिए मनाया था, लेकिन अब मामला दर्ज करते हुए हमने लड़की को मेडिकल के लिए भेज दिया है।

क्या कहते हैं अपराध से जुड़े ये आँकड़े?

आँकड़ों के हिसाब से बिहार में, लालू के राज की तुलना में अभी अपराध पर बहुत हद तक लगाम लगी है, 2001-05 के बीच कुल मिलाकर जहाँ 18,189 हत्याएँ बिहार में हुई थी, वहीं 2014-18 के बीच हत्याओं के आँकड़ों में 25% की गिरावट देखी गई है।

इसी तरह लूट और रोड डकैती के मामले में नीतीश सरकार में क्रमशः 55% और 43% की गिरावट आई है। लेकिन बलात्कार के मामलों में 23% की वृद्धि देखी गई है, और इस पर लगाम नहीं लगा तो ऐसे अपराध सरकार के लिए चिंता का सबब बन सकते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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