कोरोना का प्रचंड रूप नियंत्रण में आने की बजाय हर रोज और अधिक विकराल होता जा रहा है। कोरोना हर रोज, अपने पिछले रिकॉर्ड तोड़ रहा है। बीते चौबीस घंटे में देश में चार लाख से भी ज्यादा नए कोरोना मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आँकड़ों के मुताबिक देश में 4,01,993 नए कोरोना मामले सामने आए हैं, जो अपने आप में बेहद डरावने हैं। इसके अलावा बीते चौबीस घंटे में 3523 लोगों की कोरोना के कारण जान भी चली गई।
कोरोना के नए मामले सामने आने के बाद देश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या 1,91,64,969 हो गई है। वहीं 3,523 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 2,11,853 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में अब तक 1,56,84,406 लोग रिकवर हो चुके हैं, जबकि इस समय 32,68,710 एक्टिव केस हैं। मृतकों की संख्या बढ़कर अब 2,11,853 हो गई है। आईसीएमआर के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे के अंदर 19,45,299 कोरोना जाँच की गई है।
देश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जिंदगी की जंग जीतने के लिए आज यानी 1 मई से कोविड टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू हो रहा है। इसके अंतर्गत 18 साल से ऊपर वालों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी। कई राज्यों में आज टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत हो रही है, तो कई राज्यों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। भले ही टीकाकरण का तीसरा चरण आज से शुरू कर दिया गया है लेकिन राज्यों को इसे सही तरह से शुरू में करने में अभी वक्त लगेगा।
देश की राजधानी दिल्ली और महाराष्ट्र इस समय कोरोना हॉटस्पॉट बने हुए हैं। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 27,047 नए मामले सामने आए हैं। वहीं 375 मरीजों की कोरोना के कारण मौत हो गई है। अकेली दिल्ली में ही इस समय सक्रिय मरीजों की संख्या 99,361 पहुँच गई है। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर में सबसे अधिक प्रभावित राज्य है कोई है तो वो है महाराष्ट्र। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 62,919 नए मामले सामने आए। 828 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो गई। फिलहाल महाराष्ट्र में 6,62,640 सक्रिय मामले हैं।
बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह समेत 80 और लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद प्रदेश में संक्रमण से मरने वालों की संख्या शुक्रवार (अप्रैल 30, 2021) को 2560 हो गई। प्रदेश में अब तक संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़ कर 470317 हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह की कोरोना संक्रमण से हुई मौत पर शोक और गहरी संवेदना व्यक्त की है।
ऐसी विकट स्थिति में केवल केंद्र या राज्य सरकारें ही महामारी से निपटने के लिए योजना नहीं बना रहीं बल्कि कई अन्य संस्थान भी अपने बूते पीड़ितों की मदद करने में लगे हैं। इसी क्रम में अलग-अलग राज्यों के विभिन्न मंदिर कोरोना संक्रमितों की सहायता के लिए आगे आए हैं। किसी ने दान पेटी देकर मदद की, तो किसी ने मंदिर परिसर को कोविड सेंटर बना दिया। बता दें कि इनमें वही मंदिर शामिल हैं, जिन्हें सामान्य दिनों में वामपंथी अपने निशाने पर लेते हैं। यहाँ होने वाले धर्म-कर्म के पाठ पर आपत्ति उठाते हैं। इन्हें मिलने वाले दान पर सवाल करते हैं। लेकिन जब संकट की घड़ी आती है, तब यही मंदिर निःस्वार्थ भाव के साथ जनता की मदद को आगे आ जाते हैं।