केरल में शुक्रवार (16 अप्रैल, 2021) को सेंट जोसेफ कॉन्वेंट के कुएँ में एक 42 वर्षीय कैथोलिक नन मृत पाई गई। यह घटना दक्षिण केरल के कुरीपुझा जिले की बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि सुबह की प्रार्थना में नन मेबल जोसेफ के न दिखाई देने पर उनकी तलाश शुरू की गई। यहाँ करुणागप्पाली की निवासी और कॉन्वेंट में रहने वाली एक अन्य महिला ने सुबह परिसर के भीतर मौजूद कुएँ में जोसेफ का शव देखा, तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जाँच में यह मामला आत्महत्या का लगता है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और जाँच होने के बाद ही अन्य जानकारी मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि नन के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसे हो सकता है उन्होंने ही लिखा हो। सुसाइड नोट के अनुसार नन की मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है।
उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से चलते आत्महत्या जैसा कदम उठाया। पुलिस ने बताया, जाँच की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और शव को पोस्टमार्टम के लिए तिरुवनंतपुरम के सरकारी मेडिकल कॉलेज में भेज दिया गया है।
केरल में कॉन्वेंट के भीतर मौजूद कुओं के अंदर इससे पहले भी कई नन मृत पाई गई हैं। इस साल फरवरी में एक 45 वर्षीय नन, जो एर्नाकुलम जिले के वाझक्कल में एक कॉन्वेंट में रह रही थी। वह कॉन्वेंट के पास एक खदान के अंदर मृत पाई गई थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल 1989 से अब तक केरल में कम से कम 20 निर्दोष नन कुएँ में मृत पाई गई हैं। इस सनसनीखेज खुलासे में अभय मर्डर केस भी शामिल है, जो 1992 में हुआ था।
पिछले साल मई में नन बनने के लिए अध्ययन कर रही 21 वर्षीय दिव्या पी जॉनी को तिरुवल्ला में अपने कॉन्वेंट के एक कुएँ में मृत पाया गया था। सितंबर 2018 में पठानपुरम की एक अन्य नन को उसके कॉन्वेंट के पास एक कुएँ में मृत पाया गया था। यह 55 वर्षीय नन सुसान मैथ्यू पठानपुरम के सेंट स्टीफन स्कूल में शिक्षक थीं।