पूर्व एमनेस्टी इंडिया के प्रमुख आकार पटेल ने एक ट्वीट में संप्रदाय विशेष को आरक्षित सीट या पृथक निर्वाचन क्षेत्र की माँग की वकालत करते हुए एक ट्वीट किया, जिसमें हम्ज़ा नाम के एक युवक ने एक महिला को धमकी देते हुए उसका पता पूछकर कहा है कि हिन्दुस्तान किसी के बाप का नहीं है।
दरअसल, रविवार (अगस्त 09, 2020) को आकार पटेल ने एक ट्वीट में लिखा- “संप्रदाय विशेष को आरक्षित सीट या पृथक निर्वाचन क्षेत्र के लिए माँग करनी चाहिए। हिंदू राष्ट्र अधिकारों को स्वीकार नहीं करेगा।”
इस पर एक ट्विटर यूजर निधि बहुगुणा ने लिखा, “मेरे परिवार को पलायन के बाद सियालकोट से मेरठ प्रवास करने के लिए मजबूर किया गया था। मेरठ में संप्रदाय विशेष अपने पैतृक घरों में रहे। मेरे परिवार को पाकिस्तान में बहुसंख्यक संप्रदाय विशेष से कोई सुरक्षा या अलग निर्वाचन का विकल्प नहीं दिया गया।”
My family was forced to migrate from Sialkot to meerut post partition. The Muslims in meerut stayed on in their ancestral homes. My family was not given any safety or separate electoral rolls by a Muslim majority in pak . https://t.co/HAf9h7faK5 https://t.co/8H81OjeB8J
— Nidhi Bahuguna #JaiSriRam (@vinirish) August 10, 2020
लेकिन निधि बहुगुणा के इस ट्वीट से हम्ज़ा (@hamza63714280) नाम के एक युवक को बेहद आपत्ति हुई और इसके विरोध के लिए उसने निधि बहुगुणा को धमकी दे डाली।
@hamza63714280 ने लिखा – “मैं भी मेरठ से हूँ, हापुड़ रोड मेरठ। कहाँ से है तू? और हम भी हिन्दुस्तानी हैं, हिन्दुस्तान किसी के बाप का नहीं है, समझा? एड्रेस (पता) दे अपना, देखते हैं किसमें कितना दम है।”
निधि बहुगुणा को @hamza63714280 नाम के ट्विटर यूजर के इस यूजर द्वारा दी गई खुली धमकी पर एहतियात के तौर पर एक अन्य ट्विटर यूजर ने मेरठ पुलिस को टैग करते हुए लिखा कि ये आदमी एक महिला को खुली धमकी दे रहा है और वह मेरठ से ही है।
इस पर मेरठ पुलिस ने फ़ौरन जवाब देते हुए लिखा कि इस मामले में साइबर सेल को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
उपरोक्त प्रकरण के सम्बन्ध में साईबर सैल को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया ।
— MEERUT POLICE (@meerutpolice) August 11, 2020
लेकिन ख़ास बात यह रही कि मेरठ पुलिस के ट्वीट के फ़ौरन बाद @hamza63714280 नाम के ट्विटर यूजर ने अपना धमकी भरा ट्वीट डिलीट कर दिया और अपना अकाउंट भी डिलीट कर दिया है। यह अकाउंट अगस्त, 2020 में ही बनाया गया है, और सम्भव है कि यह हिन्दुओं को इसी प्रकार की धमकियाँ देने के लिए इस्तेमाल किया जाता हो।
गौरतलब है कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी ने वर्ष 2013 में भी हिन्दुओं को ठीक इसी तरह की धमकी देते हुए कहा था कि ‘हम (संप्रदाय विशेष) 25 करोड़ हैं और तुम (हिंदू) 100 करोड़ हो, 15 मिनट के लिए पुलिस हटा दो, देख लेंगे किसमें कितना दम है।’