छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच बीजापुर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर जिले की सीमा पर अबूझमाड़ इलाके में मुठभेड़ हुई है। इस दौरान अलग-अलग जगहों पर हुए मुठभेड़ में जवानों ने 7 नक्सलियों को एनकाउंटर में मार गिराया है। इसके अलावा मुठभेड़ में 10 से ज्यादा नक्सली घायल भी हुए हैं। इन मुठभेड़ों में 7 हथियार भी बरामद हुए हैं, तो ढेर सारी गोलियाँ और अन्य सामान भी बरामद किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि अबूझमाड़ के रेकावाया इलाके में बड़े कैडर के नक्सली मौजूद हैं। इसी सूचना के आधार पर पुलिस फोर्स ने संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च किया। जिसमें दंतेवाड़ा, बस्तर और नारायणपुर जिले से DRG और STF के लगभग 1 हजार से ज्यादा जवान सर्च ऑपरेशन पर निकले थे। इस दौरान अलग-अलग इलाकों पर नक्सलियों और जवानों के बीच मुठभेड़ हुई। इस घटना की पुष्टि नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने की है।
नारायनपुर से 2 नक्सलियों के शव बरामद
नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि नारायणपुर-बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में प्लाटून नंबर 16 और इंद्रावती एरिया कमिटी के नक्सलियों की आसूचना पर नारायणपुर, दंतेवाड़ा और बस्तर जिले के डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के साथ एसटीएफ की टीमें सर्च अभियान पर निकली थी। इस बीच गुरुवार (23 मई 2024) को लगभग दोपहर 11 बजे नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू की। पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ अभी तक रुक रुक कर जारी है। वहीं जवानों ने घटना स्थल से अब तक दो नक्सलियों के शव को बरामद कर लिया है। साथ ही भारी मात्रा में हथियार भी मिला है। 10/12 नक्सलियों के घायल होने की संभावना है।
दंतेवाड़ा में 5 नक्सलियों के शव बरामद
ये मुठभेड़ तीन जिलों की सीमा में हुई। नारायणपुर पुलिस ने 2 शव बरामद किए, तो 5 शव दंतेवाड़ा डीआरजी ने बरामद किए। दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय ने बताया कि दंतेवाड़ा डीआरजी ने 5 शव बरामद किए हैं। इसके अलावा नारायणपुर पुलिस ने सुबह 2 शव बरामद किए थे। इसके अलावा मौके से नक्सलियों के साथ हथियार भी बरामद हुए हैं। हथियारों का ग्रेड क्या है वह अब तक पता नहीं चल पाया है। जानकारी के मुताबिक अभी भी इलाके में मुठभेड़ जारी है। यह ऑपरेशन नारायणपुर, बस्तर और दंतेवाड़ा के ट्राईजंक्शन पर चलाया गया जो की अबूझमाड़ के जंगल में स्थित है।
अबूझमाड़ के जंगल में नक्सलियों का डेरा
गौरतलब है कि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के बीच फैली अबूझमाड़ को अज्ञात पहाड़ी के रूप में भी जाना जाता है। क्योंकि ब्रिटिश काल के बाद 6000 वर्ग किलोमीटर के घने जंगल का सर्वेक्षण अब तक नहीं कराया गया है। यह जंगल माओवादी गतिविधियों का एक बड़ा केंद्र है। बताया जाता है कि यहां माओवादी के लगभग एक दर्जन वरिष्ठ कैडर का यहां डेरा रहता है। जानकारी के मुताबिक इस साल छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों के जवानों ने अलग-अलग मुठभेड़ में अब तक 107 माओवादियों को मार गिराया है जो कि साल 2023 की तुलना से बहुत अधिक है, जबकि साल 2023 में 22 माओवादी ही मारे गए थे।