Monday, November 18, 2024
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मंदसौर में अफसर मंसूरी बने कृष्णा सनातनी: मंदिर जाने और व्रत रखने पर अब्बू ने घर से निकाला, चैतन्य राजपूत ने कराई घर वापसी

चैतन्य राजपूत ने बताया कि अफसर का बचपन से ही हिंदू धर्म से लगाव था। वह व्रत रखता था। मंदिर जाता था। इससे नाराज हो कर उसके अब्बू ने उसे घर से निकाल दिया था।

मध्य प्रदेश के मंदसौर में एक मुस्लिम युवक ने घर वापसी की है। अफसर मंसूरी ने हिन्दू धर्म स्वीकार कर अपना नाम कृष्णा सनातनी रखा है। घर वापसी के दौरान मंसूरी ने भगवा वस्त्र पहने थे। उन्होंने विधि विधान से वैदिक मंत्रौच्चार के बीच हिन्दू धर्म अपनाया। लगभग 7 माह पूर्व मुस्लिम से हिन्दू बने चैतन्य राजपूत ने अफसर के कृष्णा बनने की जानकारी सार्वजानिक की है। यह घर वापसी सोमवार (12 नवम्बर 2022) को हुई।

चैतन्य सिंह राजपूत के मुताबिक मदंसौर जिले में पिछले 7 माह में यह 6वीं घर वापसी हुई है। कृष्णा बनने वाला अफसर मूल रूप से मंदसौर के गाँव कचनारा का निवासी है। फिलहाल वो कयामपुर में रह रहा है। बताया गया कि मुस्लिम होने के बावजूद अफसर हिन्दू धर्म में पूर्ण आस्था रखता था। वो आए दिन मंदिर जाता था और वहाँ पर विधि विधान से देवी-देवताओं की आराधना किया करता था।

चैतन्य राजपूत की घर वापसी की खबर मिलने के बाद मंसूरी ने उनसे संपर्क किया। हिन्दू बनने की इच्छा जताई। अफसर ने चैतन्य को यह भी बताया कि वो काफी पहले से हिन्दू बनना चाह रहा था, लेकिन उसे कोई रास्ता दिखाने वाला नहीं था। चैतन्य राजपूत ने अफसर की घर वापसी के वैदिक विधान के साथ कानूनी प्रक्रिया को भी पूरा किया।

हिन्दू धर्म में वापसी के दौरान अफसर ने पंचगव्य स्नान भी किया। इस मौके पर चैतन्य के साथ कई अन्य लोग भी मौजूद रहे। घर वापसी के बाद अफसर ने चैतन्य को गुरु मानते हुए आशीर्वाद लिया। चैतन्य ने अफसर की घर वापसी को प्रभु की इच्छा बताया है। उन्होंने इस कार्यक्रम को अपने फेसबुक पर शेयर भी किया है।

ऑपइंडिया से बात करते हुए चैतन्य राजपूत ने बताया कि अफसर का बचपन से ही हिंदू धर्म से लगाव था। वह व्रत रखता था। मंदिर जाता था। इससे नाराज हो कर उसके अब्बू ने उसे घर से निकाल दिया था। बाद में वह एक हिन्दू के साथ रहने लगा। अपनी गुजर-बसर करने के लिए अफसर एक बस चलाने लगा। इसी दौरान उसने बाल्मीकि समाज की एक लड़की से शादी भी कर ली। शादी के बाद वो हिन्दू धर्म स्वीकार करना चाहता था। लेकिन उसे कोई उचित माध्यम नहीं मिल रहा था। चैतन्य के मुताबिक अफसर ने उन्हें सम्पर्क किया और उन्होंने विधि-विधान से उसकी घर वापसी करवाई।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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