उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लुलु मॉल के बाद मेरठ के एक मॉल में नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। रविवार (24 जुलाई, 2022) से मेरठ के मॉल में नमाज पढ़े जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह वीडियो मेरठ के सोहराब गेट स्थित मॉल का बताया जा रहा है। इसमें एक युवक नमाज पढ़ते हुए दिखाई दे रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद डीजीपी ने पूरे मामले पर मेरठ पुलिस से जवाब तलब किया है।
भाजपा के आईटी विभाग के जिला संयोजक दिग्विजय सिंह ने मेरठ पुलिस, डीजीपी, डीएम सहित कुछ अन्य लोगों को टैग करते हुए ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि लखनऊ के लुलु मॉल की तरह गढ़ रोड स्थित सोहराब गेट बस स्टेशन के पास एस-टू-एस स्क्वायर कांप्लेक्स में भी खुले में नमाज पढ़ी जा रही है।
#मेरठ में #लखनऊ के #लूलू_मॉल की तरह गढ़ रोड पर स्थित S2S स्कवायर कॉम्प्लेक्स में सार्वजनिक नवाज पढ़ते हुए।।@DmMeerut @meerutpolice@sengarlive @Aamitabh2 pic.twitter.com/Ov4VK8JagQ
— Digvijay Singh 🇮🇳 (@Digvijaybjp27) July 24, 2022
इस मामले को लेकर नौचंदी थाने के इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले की जाँच की जा रही है। पुलिस मॉल में नमाज पढ़ने वाले की तलाश में जुट गई है। यह वीडियो 35 सेकंड का है, जिस समय व्यक्ति नमाज पढ़ रहा था, उसी समय किसी ने उसका वीडियो बना लिया।
गौरतलब है कि 12 जुलाई को, लुलु मॉल में नमाज पढ़ने का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद से शहर में नया खुला ये शॉपिंग मॉल विवादों आ गया था। हिन्दू संगठनों ने कड़ी कार्रवाई की माँग करते हुए उसी जगह पर हनुमान चालीसा, सुन्दरकाण्ड और गायत्री मंत्र पढ़ने की अनुमति देने की माँग की थी। नमाज के विरोध में हिन्दू महासभा ने मॉल के गेट पर प्रदर्शन भी किया था। वहीं मॉल में नमाज पढ़ने वालों पर मॉल के जन संपर्क अधिकारी सिब्तैन हुसैन की शिकायत पर FIR दर्ज कर की थी।
इसके बाद लुलु मॉल में नमाज पढ़ने और उसका वीडियो बनाने वाले 9 नमाजियों में से 4 को सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। तब से वामपंथी-लिबरल गिरोह इसे रोज नया मोड़ देते हुए कई मनगढंत दावे कर रहे हैं। यहाँ तक कि नमाजियों को भी हिन्दू साबित करने की न सिर्फ कोशिश हुई बल्कि खूब प्रोपेगेंडा फैलाया गया।