हिमाचल प्रदेश में अवैध मस्जिदों को लेकर हिंदुओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। शिमला के संजौली और मंडी के जेल रोड में मस्जिद की अवैध निर्माण के बाद कुल्लू में भी कुल्लू में भी बने अवैध मस्जिद के खिलाफ लोग आ गए। इसको लेकर हिंदुओं ने प्रदर्शन किया। वहीं, मंडी में अवैध मस्जिद गिराए जाने तक लोगों ने हनुमान चालीसा का अखंड पाठ शुरू किया है।
कुल्लू में जिस मस्जिद को लेकर लोगों में आक्रोश फैला है, वह मस्जिद अखाड़ा बाजार के श्रीराम गली में स्थित है और इसका नाम जामा मस्जिद है। हिंदू संगठनों का कहना है कि जामा मस्जिद खादी ग्रामोद्योग की भूमि पर बना दी गई है। इस मस्जिद के अवैध निर्माण के खिलाफ लोगों ने हनुमान मंदिर रामशिला से ढालपुर चौक तक प्रदर्शन किया।
हिंदू जागरण मंच एवं अन्य हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों ने अखाड़ा बाजार पहुँचकर मस्जिद से 10 मीटर की दूरी पर हनुमान चालीसा का पाठ किया। यहाँ पाठ खत्म होने के बाद प्रदर्शनकारी ढालपुर चौक पहुँचे और वहाँ एसडीएम के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा और इस अवैध मस्जिद को गिराने और पूरे इलाके मे अवैध मस्जिदों की जाँच की माँग की। जिले कुल 11 मस्जिदें बताई जा रही हैं।
हिंदू संगठनों का कहना है कि साल 2017 से चल रहे पत्राचार में कुल्लू नगर परिषद ने यह स्वीकार किया है कि यह मस्जिद अवैध तरीके से बनाई गई है। इसे खादी ग्रामोद्योग की भूमि पर बनाया गया है। उनका कहना कि बिना पंजीकरण के दूसरे राज्यों के सैकड़ों लोग रोज हिमाचल प्रदेश में आ रहे हैं और अपनी अनैतिक गतिविधियों से यहाँ की संस्कृति और सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे हैं।
हिंदू संगठनों ने कहा कि कुछ ही दिन पहले गड़सा घाटी में गौहत्या का मामला सामने आया था। लोगों ने पता चलने पर आरोपितों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। आक्रोशित लोगों का कहना है कि ये बाहरी अराजक तत्व बिना बिल के सामान बेच रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों का रोजगार प्रभावित हो रहा है और करदाता व्यापारियों का व्यापार चौपट हो रहा है।
दरअसल, अखाड़ा बाजार में बनी जामा मस्जिद का निर्माण साल 1990-91 बताया जाता है। उस समय इसकी इमारत एक मंजिल की थी, लेकिन साल 2017 तक इसका निर्माण किया गया और अब मस्जिद चार मंजिल की हो गई है। 2017 में हिंदू संगठनों के प्रयास से इस पर रोक लगा दी गई थी। उनका कहना है कि इस स्थान पर जो नक्शा पास हुआ है, उसके मुताबिक यह भवन नहीं बना है।
पूरा मामला सामने आने के बाद कुल्लू नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी हरि सिंह यादव ने कहा, “नगर परिषद को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। इस जमीन का रिकॉर्ड बंदोबस्ती के पास है। हिंदू संगठनों के आरोप के बाद इसकी जाँच की जाएगी।” वहीं, कुल्लू के एसडीएम ने कहा कि जामा मस्जिद की जाँच की जा रही है। अनियमितता मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच मस्जिद के इमाम नवाब हाशमी ने निर्माण की वैधता और भूमि के मालिकाना हक का बचाव किया है। उन्होंने दावा किया कि वक्फ बोर्ड कानूनी तौर पर 1 बीघा और 2 बिस्वा जमीन का मालिक है और वह इसके लिए किराया वसूल रहा है। हाशमी ने कहा, “विवादित भूमि 1999 में कॉन्ग्रेस नेताओं की मदद से खादी बोर्ड से मस्जिद को हस्तांतरित की गई थी। इसमें निर्माण भी वैधानिक तरीके से हुई है।”
मंडी में अवैध मस्जिद गिरने तक होगा हनुमान चालीसा
हिंदू जागरण मंच ने कहा है कि वह मंडी के जेल रोड में मस्जिद के अवैध निर्माण के गिरने तक रोज हनुमान चालीसा का पाठ करेगा। इसके साथ ही शहर के विभिन्न मंदिरों में तीस दिनों तक पाठ के साथ कीर्तन होगा। मंच ने यह भी कहा कि आयुक्त कोर्ट की ओर से दी गई समयावधि तक मुस्लिम पक्ष ने मस्जिद के अवैध निर्माण को नहीं हटाया तो हिंदू इसे गिराएँगे।
दरअसल, शनिवार (14 सितंबर 2024) को हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने मंडी शहर के इंदिरा मार्केट में स्थित माता सिद्ध काली के प्रांगण में हनुमान चालीसा का पाठ और माता के कीर्तन का आयोजन किया। इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इनमें बुजुर्ग से लेकर महिलाएँ तक शामिल थीं। हिंदू संगठनों का कहना है प्रशासन ने हिंदुओं को आश्वस्त किया है।