अगस्ता वेस्टलैड घोटाले में सह-आरोपी वकील गौतम खेतान को कालेधन और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ़्तार किया है। गौतम को ब्लैकमनी एक्ट के तहत गिरफ़्तार किया गया। खेतान पर कानून का उल्लंघन करते हुए विदेशी खाते चलाने का आरोप है। कल खेतान को दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा। बता दें कि काले धन के मामले में ही खेतान के ठिकानों पर पिछले हफ़्ते भी आयकर विभाग ने छापेमारी कर कार्रवाई की थी।
Gautam Khaitan has been arrested by Enforcement Directorate (ED) in a case of black money under the Black Money Act. https://t.co/y66EcrX5Cx
— ANI (@ANI) January 26, 2019
सीबीआई और ईडी की चार्जशीट में दर्ज है गौतम का नाम
बताया जा रहा है कि गौतम के नाम का खुलासा अगस्ता वेस्टलैंड मामले में बिचौलिया क्रिश्चियन मिशेल से पूछताछ के दौरान हुई। मिशेल ने ही ईडी को खेतान के कालेधन के बारे में जानकारी दी है। बता दें कि कॉन्ग्रेस के कार्यकाल में हुए अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआइपी चॉपर घोटाले में भी खेतान का नाम सीबीआइ और ईडी की चार्जशीट में शामिल है।
इससे पहले भी अगस्ता मामले में सितंबर 2014, और दिसंबर 2016 में खेतान को गिरफ़्तार किया गया था। लेकिन, दोनों बार वो जमानत पर छूट गया था। खेतान की गिरफ़्तारी पर ईडी ने जानकारी दी है कि आयकर कानून का उल्लंघन करने के चलते खेतान पर ब्लैक मनी एक्ट के तहत शिकायत दर्ज करते हुए कालेधन के मामले में गिरफ़्तार किया गया है।
वहीं रिपोर्ट की मानें तो आयकर विभाग द्वारा कालाधन एवं कराधान अधिनियम 2015 की धारा 51 के तहत उसके ख़िलाफ़ एक मामला दर्ज किए जाने के आधार पर ईडी ने पीएमएलए के तहत एक नया आपराधिक मामला दर्ज किया है।
अगस्ता-वेस्टलैंड मामला क्या है?
भारतीय वायुसेना के लिए 12 वीवीआईपी हेलिकॉप्टरों की खरीद के लिए इटली की कंपनी अगस्ता-वेस्टलैंड के साथ साल 2010 में करार किया गया था। 3,600 करोड़ रुपये के करार को जनवरी 2014 में भारत सरकार ने रद्द कर दिया। जानकारी के लिए बता दें कि इस करार में 360 करोड़ रुपये के कमीशन के भुगतान का आरोप लगा था। इटली की कंपनी और सरकार के बीच के इस करार में कमीशन की ख़बर सामने आते ही 12 एडब्ल्यू-101 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों की सप्लाई पर सरकार ने फ़रवरी 2013 में रोक लगा दी थी।