उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में ढाई साल की बच्ची की बेरहमी से हत्या के मामले में SIT जाँच में कई बड़े ख़ुलासे हुए हैं। इस मामले में आरोपित मोहम्मद ज़ाहिद और मोहम्मद असलम ने यह बात क़बूल कर ली कि उन्होंने मासूम बच्ची की हत्या उसके परिवार से बदला लेने के लिए की थी। ख़बर के अनुसार, इस बात का ख़ुलासा हुआ है कि इस हत्याकांड में ज़ाहिद के छोटे भाई मेहंदी और ज़ाहिद की पत्नी शाहिस्ता (सबुस्ता) ने भी हत्या को अंजाम देने के लिए ज़ाहिद और असलम की मदद की थी। दोनों को भी गिरफ़्तार कर लिया गया है।
SSP #Aligarh on murder of 2.5 years old girl: 4 people including main accused Zahid & his wife arrested. Body was wrapped in a cloth belonging to Zahid’s wife. We’ve met victim family and they’ve demanded that the accused should be hanged till death. Charge-sheet to be filed pic.twitter.com/hGek7wrQLe
— ANI UP (@ANINewsUP) June 8, 2019
आरोपितों से हुई पूछताछ के बारे में पुलिस ने बताया कि बच्ची की लाश असलम के घर में भूसे में रखी गई थी। लेकिन, पुलिस को अंदेशा है कि लाश को नमी वाली जगह पर या फ्रिज़ में रखा गया था। ढाई साल की बच्ची की हत्या गला घोंटकर की गई थी और फिर बच्ची के शव को जिस दुपट्टे से लपेटा गया था वो ज़ाहिद की पत्नी शाहिस्ता का था।
SIT की जाँच में इस बात का भी ख़ुलासा हुआ कि बच्ची के साथ दरिंदगी करने वाला मोहम्मद ज़ाहिद पक्का जुआरी है इसलिए उसके दोस्त उसे सट्टा किंग बुलाते हैं। असलम के बारे में पता चला है कि इससे पहले भी वो कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। उसने अपने ही रिश्तेदार की बच्ची का बलात्कार किया था जिसके लिए उसे साल 2014 में गिरफ़्तार भी किया गया था। दूसरा मामला, दिल्ली के गोकुलपुरी का है जब उस पर 2017 में छेड़छाड़ और अपहरण का मामला दर्ज हुआ था।
मीडिया में आई अन्य ख़बर के अनुसार, पुलिस को घटना स्थल का मुआयना करने के बाद ऐसा लगा जैसे कि बच्ची के शव को फेंकने के बाद फ्रिज़ को साफ़ किया गया हो। पुलिस सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए ज़ाहिद की पत्नी और मेहंदी से पूछताछ में जुटी हुई है। इससे पहले, अलीगढ़ के एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया था, “हम इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की कोशिश करेंगे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी एसिड पदार्थ या बलात्कार का उल्लेख नहीं है। परिवार चाहता है कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सज़ा मिले।”