उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में है नूरपुर गाँव। टप्पल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला यह गाँव मुस्लिम बहुल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक गाँव में लगभग 800 मुस्लिम परिवार रहते हैं। हिन्दुओं के 125 परिवार हैं, जिनमें अधिकतर आबादी जाटव समाज (अनुसूचित जाति) की है।
यह गाँव दलितों के कुछ घरों पर ‘मकान बिकाऊ है’ लिखे जाने के बाद चर्चा में है। हालाँकि अलीगढ़ पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से खैर के क्षेत्राधिकारी की बाइट ट्वीट की है। इसमें बताया गया है कि पुलिस ने गाँव का दौरा किया है और अब इस तरह की स्थिति नहीं है।
इस पहले पत्रकार केशव मालान ने इस गाँव से एक वीडियो रिकॉर्ड किया था। इसमें उन्होंने बताया था कि नूरपुर में कई ऐसे हिंदुओं के घर हैं जिन पर ‘मकान बिकाऊ है’ लिखा हुआ है। उनके मुताबिक हिंदुओं ने यह सब मजबूरी में लिखा है, क्योंकि मुस्लिम गाँव में उनकी बहन-बेटियों पर भद्दे कमेंट किए जाते हैं। हिंदुओं की बेटियों की बारात को चढ़ने नहीं दिया जाता है।
दरअसल यह पूरा विवाद एक बारात को लेकर ही है। इस संबंध में गाँव के ओमप्रकाश ने पुलिस में तहरीर भी दी है। इसमें उन्होंने कहा है कि 26 मई को उनकी बेटी की बारात निकल रही थी। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने बारात पर पथराव और तोड़फोड़ की। उन्होंने कहा है कि गाँव के ही वकील पुत्र अल्लाराजी के भड़कावे में आकार कलुआ, सरफू, सोहेल और फारुख समेत कुछ लोगों ने गाली दी और बारात को निकलने से मना किया। पथराव किया जिससे गाड़ी के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए और कई लोगों को चोटें भी आई।
दूसरे पक्ष की तरफ से भी पुलिस में शिकायत की गई है। इसमें वकील ने ओमप्रकाश, बाबूलाल और समाज के अन्य लोगों पर मस्जिद में हो रही नमाज में बाधा पहुँचाने की कोशिश का आरोप लगाया है। उसने कहा है कि हिन्दू समुदाय के लोगों ने मस्जिद के पास तेज आवाज में डीजे और ढोल-नगाड़े बजाकर नमाज को बाधित करने की कोशिश की और मस्जिद के चबूतरे पर चढ़कर हंगामा किया। उसने भी गाली-गलौज और मारपीट का आरोप लगाया है।
सोशल मीडिया में वीडियो सामने आने पर अलीगढ़ पुलिस ने बताया है कि थाना प्रभारी को कड़ी कार्रवाई के लिए सूचित कर दिया गया है।
प्रकरण में शिकायताकर्ता की तहरीर के आधार पर तत्काल अभियोग पंजीकृत कर विवेचना के आदेश दिये गये । विवेचक/थाना प्रभारी को कड़ी कार्रवाई हेतु निर्देशित किया गया, के संबंध में क्षेत्राधिकारी खैर की #बाईट pic.twitter.com/R3RI9lfKnI
— ALIGARH POLICE (@aligarhpolice) May 30, 2021
इस संबंध में टप्पल थाना के प्रभारी प्रवीण मान ने ऑपइंडिया से बातचीत में मुस्लिमों के डर से हिंदुओं के गाँव से पलायन करने की बात से इनकार किया है। स्थानीय विधायक अनूप प्रधान ने ऑपइंडिया को बताया कि गाँव में हिन्दू और मुस्लिमों के बीच बारात को लेकर विवाद हुआ था, लेकिन यह एक आपसी झगड़ा था। खैर के क्षेत्राधिकारी ने भी अपने बयान में कहा है कि 26 मई को हुई घटना के संदर्भ में कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।