इलाहाबाद विश्वविद्यालय के एक असिस्टेंट प्रोफेसर के साथ बहुत बड़ा फरेब हुआ है। वो जिसे अपनी जीवन संगिनी मान कर घुटन भरी जिंदगी जीने को मजबूर थे, पता चला उनकी पत्नी प्रतिभा तिवारी उनसे शादी से पहले ही मुस्लिम बन चुकी थी। उसने मेहनाज हसन बनकर किसी मुस्लिम के साथ 4 साल तक निकाह वाली जिंदगी भी जी, फिर अपने घर आ गई। इसके बाद प्रतिभा उर्फ मेहनाज हसन के माता-पिता और बहन ने उसकी असिस्टेंट प्रोफेसर के साथ पिछली जिंदगी को छिपाते हुए शादी करा दी। अब जब असिस्टेंट प्रोफेसर साहब को हकीकत पता चली, तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई।
भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित असिस्टेंट प्रोफेसर का नाम अमरेंद्र त्रिपाठी है। उनकी शादी साल 2011 में असम की रहने वाली प्रतिभा से हुई थी। प्रतिभा से उनकी शादी झूठ बोलकर कराई गई। उनके दो बच्चे भी हो गए, लेकिन उन्हें पता ही नहीं चला कि उनकी शादीशुदा जिंदगी एक फरेब है। पीड़ित अमरेंद्र त्रिपाठी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उनकी शादी झूठ बोलकर कराई गई और उनका जीवन नर्क बना दिया गया। छोटी-छोटी बातों पर उनकी पत्नी झगड़ती थी और जान देने की धमकी देती थी, यही नहीं, वो अपने माता-पिता के साथ रहकर उन्हें बदनाम करती थी और उनके चरित्र को दारदार बनाने के लिए छात्राओं और विश्वविद्यालय के सहकर्मियों के साथ वीडियो बनाकर वायरल करती थी। यही नहीं, कुछ समय पहले भी उसने एक एसोसिएट प्रोफेसर के साथ उनकी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल की थी।
पीड़ित अमरेंद्र ने आरोप लगाया है कि उनकी पत्नी ने घर में इतना बवाल मचाया कि वो अपनी माँ के साथ अलग रहने को मजबूर हो गए। लेकिन 13 मई 2024 को ऐसे कागजात उनके हाथ लगे कि उनके होश ही उड़ गए। उन्हें अब पता चला है कि जिसे वो प्रतिभा तिवारी मानकर किसी तरह से अपनी जिंदगी गुजार रहे थे, वो प्रतिभा तिवारी तो उनसे शादी से 4 साल पहले ही मेहनाम हसन बन चुकी थी।
पीड़ित का आरोप है कि मेहनाज हसन उर्फ प्रतिभा के धर्म परिवर्तन, पिछले निकाह के कागज उन्हें बेडरूम में मिले। मेहनाज हसन ने दिल्ली के मुस्लिम लड़के के साथ 2007 में ही निकाह कर लिया था, लेकिन उसके बाद उसके घर वालों ने उनके साथ शादी करा दी। इसके बाद से प्रतिभा उन्हें परेशान करती थी। वो उनके और उनकी माँ के साथ मारपीट भी करती थी। अब परेशान शिक्षक ने अपनी पत्नी प्रतिभा उर्फ मेहनाज हसन, उनके माता-पिता यानी अपने सास-ससुर और साली के खिलाफ सिविल लाइन्स थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
पीड़ित असिस्टेंट प्रोफेसर ने आरोप लगाया है कि विवाह के एक साल बाद सन् 2012 में पता चला कि वह गुटखा खाती है, जिसके विरोध पर कलाई की नस काटकर खुदकुशी का प्रयास किया। इसके बाद से लगातार गलत आदतों के विरोध पर उनसे व उनकी माता से मारपीट करती रही। वह लगातार उनके चरित्र के बारे में अनर्गल बातें फैला रही है और बदनाम करने की धमकी दे रही है। छोटी छोटी बातों पर आत्महत्या की धमकी और प्रयास से उनके साथ रहना मुश्किल हो गया है।
यही नहीं मेहनाज ने उन्हें क्लाइव रोड स्थित घर से 23 मई को बाहर निकाल दिया और तब से वह सैनिक कॉलोनी, धूमनगंज में रह रहे हैं। मेहनाज कई बाहर लंबे समय तक गायब रहती है। वो वाराणसी के युवक के संपर्क में है। उन्होंने न्याय की माँग की है। इस मामले में सिविल लाइंस प्रभारी रामाश्रय यादव ने बताया कि पति-पत्नी के बीच विवाद की बात सामने आई है। तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर जाँच की जा रही है।