दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के एक छात्र पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं। आरोपित केशव कुमार ‘ऑल इंडिया स्टूडेंट्स यूनियन (AISA)’ का छात्र नेता रहा है। बता दें कि AISA एक वामपंथी छात्र संगठन है। ये CPI(ML) का छात्र संघ है। JNU छात्र संघ ने खुद को केशव कुमार से अलग करते हुए इस मामले में कड़ी कार्रवाई की माँग की है। केशव कुमार के करीबी छात्रों ने भी एक बयान जारी कर खुद को उससे अलग कर लिया है।
‘अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद’ की सेन्ट्रल वर्किंग कमिटी की सदस्य और 2015 में JNU छात्र संघ के उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ चुकीं वेलेंटिना ब्रह्मा ने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा, “एक बार फिर AISA का कुकर्म सामने आया है। छात्रा के साथ न सिर्फ बलात्कार किया गया, बल्कि वीडियो भी बना लिया गया। चरित्र हनन और दुष्प्रभाव के कारण पीड़िता शिकायत भी करने में असमर्थ हैं।”
एक बार फिर @AISA_tweets का कुकर्म जेएनयू में सामने आया। छात्रा के साथ ना सिर्फ दुष्कर्म किया बल्कि वीडियो परिचालित किया।
— Velentina Brahma JNU (@VelentinaBrahma) August 1, 2021
छात्रा चरित्र हनन और दुष्प्रभाव के चलते कंप्लेंट तक करने के असमर्थ। #RapistAisa #ShameOnLeft #JNU pic.twitter.com/fIvaDcYN3w
‘स्टूडेंट्स ऑफ द सेंटर फॉर रसियन स्टडीज’ के ‘बैचलर ऑफ आर्ट्स’ के तीसरे वर्ष के छात्रों ने बयान जारी कर के कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि कक्षा के एक छात्र केशव कुमार पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं। छात्रों ने कहा कि उसके खिलाफ लड़कियों के खिलाफ यौन अपराध के गंभीर आरोप लगे हैं। इसमें अपने अंतरंग पार्टनर के साथ हिंसा, बलात्कार की कोशिश, बिना अनुमति के महिला की आपत्तिजनक अवस्था में तस्वीरें लेना और फिर इन तस्वीरों व वीडियो के सहारे उसे ब्लैकमेल करने जैसे आरोप शामिल हैं।
कम से कम 4 ऐसे छात्र सामने आए हैं, जिनके समक्ष केशव कुमार ने अपने ब्लैकमेलिंग कंटेंट दिखाए थे। ये भी पता चला है कि केशव कुमार न सिर्फ इस बैच का ‘SFC प्रतिनिधि’ है, बल्कि उसे विश्वविद्यालय द्वारा रूसी दूतावास के जरिए स्कॉलरशिप पर रूस भी भेजा जा रहा है। उसे मॉस्को में स्थित RUDM यूनिवर्सिटी से मास्टर्स का कोर्स करने के लिए रूस भेजे जाने का निर्णय लिया गया है। ‘सेंटर फॉर रसियन स्टडीज’ ने इस फैसले को तत्काल वापस लेने की माँग की है।
उसके बैच के छात्रों ने अपने बयान में कहा, “हम इस तरह की हरकतों से एकदम हैरान हैं और आक्रोशित हैं। हम केशव कुमार के हरकतों की निंदा करते हैं। हम पीड़िताओं के साथ खड़े हैं और हमारी माँग है कि इस तरह का व्यक्ति हमारा प्रतिनिधि नहीं हो सकता। साथ ही इस मामले की जाँच के साथ-साथ हम पीड़िताओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की माँग करते हैं।” वहीं AISA ने भी ‘पितृसत्ता’ और ‘यौन प्रताड़ना’ के खिलाफ होने की बात कही।
वामपंथी छात्र संगठन ने कहा कि BA रसियन (2018-21 बैच) के केशव कुमार के खिलाफ यौन शोषण के कई आरोप लगे हैं। साथ ही पीड़िताओं के साहस को ‘सलाम करते हुए’ AISA ने उनके साथ खड़े होने की बात कही और उन्हें सहायता तक देने का आश्वासन दिया। साथ ही JNU के ‘इंटरनल कंप्लेंट कमिटी (ICC)’ के गठन के बाद से यौन शोषण की घटनाओं के बढ़ने की बात करते हुए AISA ने कहा कि Gender Sensitisation Committee Against Sexual Harassment (GSCASH) को भंग कर ICC को लाना एक गलत फैसला था।
वहीं इस मामले में सोमवार (2 अगस्त, 2021) को JNU छात्र संघ ने न्याय के लिए मार्च का आयोजन भी किया है। वहीं अनमोल सहित कई अन्य छात्र, जो 5 वर्षों या उससे अधिक समय से केशव कुमार को जानते थे, उन्होंने भी संयुक्त बयान जारी किया है। इसमें उसके परिचित, क्लासमेट्स व रूममेट्स शामिल हैं। इन छात्रों ने कहा कि वो पहले केशव कुमार की हरकतों से पूरी तरह वाकिफ नहीं थे, इसीलिए पीड़िताओं से माफ़ी माँगते हैं।
छात्रों ने अपने संयुक्त बयान में कहा, “हमने केशव कुमार की हरकतों पर बयान जारी करने का निर्णय लिया है। सार्वजनिक रूप से उसकी हरकतों के सामने आने के बाद उसने हम सब को भ्रमित करने की कोशिश की। केशव ने हमें बताया कि उसने पीड़िताओं के वीडियो भी रिकॉर्ड कर रखे हैं। वो अपने अपराध में हमें भी शामिल करना चाहता था, ताकि उसे एक ‘सामाजिक कवच’ मिले, लेकिन हम उससे खुद को पूरी तरह अलग करते हैं और अगर कोई अब भी उसका बचाव करने की कोशिश करता है तो उसे भी इन अपराधों में भागीदार माना जाए।”
हालाँकि, ये पहली बार नहीं है जब JNU और AISA से जुड़े किसी छात्र नेता पर इस तरह के आरोप लगे हों। जेएनयू से डॉक्टरेट की पढ़ाई कर रहे अमन सिन्हा पर दिल्ली विश्वविद्यालय की विभिन्न कॉलेजों की छात्राओं पर बुरी नजर डालने के आरोप लगे थे। वो AISA और ‘पिंजरा तोड़’ जैसे संगठनों से जुड़ा हुआ था। पीड़िताओं ने कहा था कि वो DU में मौजूद भोली-भाली महिलाओं को अपनी और आकर्षित कर उन्हें फाँसता है।