रविवार को दिल्ली की अनाज मंडी इलाक़े में तड़के एक सामान बनाने वाली फैक्ट्री में आग लगने से 43 लोगों की मौत हो गई। इस घटना के संबंध में एक FIR दर्ज की गई है और मामले को आगे की जाँच के लिए अपराध शाखा में स्थानांतरित कर दिया गया है। खबर के अनुसार फैक्ट्री मालिक रेहान को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
Rehan (in pic), the owner of the building where a fire broke out earlier today, claiming lives of 43 people. A case has been registered under section 304 of Indian Penal Code against him and he is currently absconding. #DelhiFire pic.twitter.com/LBGx0msMED
— ANI (@ANI) December 8, 2019
ख़बर के अनुसार, प्लॉट के मालिक मोहम्मद रहीम हैं, जिन्होंने इसे दस साल पहले ख़रीदा था। बाद में, उन्होंने इसे अपने तीन बेटों: रेहान, शान ई-लाही और इमरान के बीच समान रूप से बाँट दिया था। आज सुबह जो आग लगी थी वो रेहान के कारखाने के हिस्से में लगी थी। अब, कारखाने के मालिक के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 304 (10 साल की अधिकतम कारावास के साथ ग़ैरइरादन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
दिल्ली पुलिस पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा,
“आईपीसी की धारा 304 के तहत FIR दर्ज की गई है। मामला अब क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया है। सुबह 5.22 बजे एक इमारत में आग लगने की सूचना पुलिस को मिली थी। आग बुझाने के लिए फायर टेंडरों को मौके पर भेजा गया। बचाव अभियान में, हमने लगभग 60 लोगों को बचाया लेकिन दुर्भाग्य से 43 लोगों ने अपनी जान गँवा दी।”
उन्होंने कहा, “आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। आग लगने के बाद उठे धुएँ के कारण परिसर में बहुत सारा प्लास्टिक था। अधिकतर मौतें धुएँ के कारण श्वासावरोध के कारण हुईं। हमने अधिकांश घायलों को एलएनजेपी अस्पताल और लेडी हार्डिंग अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया है।”
इसके अलावा, यह भी बताया गया कि चार मंज़िला इमारत में दिल्ली अग्निशमन सेवा से आग की निकासी नहीं है और इसके परिसर में कोई अग्नि सुरक्षा उपकरण भी स्थापित नहीं किया गया था। अधिकारियों ने कहा कि दमकल विभाग और भीड़भाड़ वाले इलाक़े में से किसी भी इकाई के पास अनापत्ति प्रमाणपत्र (NOC) नहीं था, जिससे बचाव कार्य और मुश्किल हो गया।
आज सुबह आग लगने पर 50 से अधिक लोग इमारत के अंदर थे। आग लगने की सूचना मिलने पर 15 फायर टेंडरों को घटनास्थल पर भेजा गया, लेकिन बाद में आग की चपेट में आने के कारण 10-12 और फायर टेंडर भेजे गए। अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की कि आग को पूरी तरह से बुझा दिया गया था।