उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में एक दलित युवक के हत्या की खबर है। मृतक का नाम राम अकबाल है। हत्या का आरोप असगर नाम के एक व्यक्ति के 3 बेटों पैरू, महेंदी और इकबाल पर लगा है। बताया जा रहा है कि बुधवार (19 जुलाई, 2023) को तीनों ने पहले चाकुओं से घोंप कर पीड़ित की हत्या की फिर शव पर तेज़ाब डाल कर नहर में फेंक दिया। पुलिस ने तीनों आरोपितों को हिरासत में ले लिया है। वहीं घटना के विरोध में महिलाओं की एक भीड़ ने आरोपितों के घर पर हमला कर के तोड़फोड़ की है। पुलिस ने हमला करने वालों पर भी FIR दर्ज कर ली है।
यह मामला सीतापुर के थानाक्षेत्र बिसवाँ का है। यहाँ गाँव जगन्नाथपुर के खुशीराम नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस में 22 जुलाई, 2023 को शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत में खुशीराम ने बताया कि 19 जुलाई को राम अकबाल नाम का व्यक्ति घर से दोपहर 2 बजे बाजार दवाएँ लेने गया था। इस दौरान असगर के 3 बेटे पैरू, इकबाल और मेहँदी ने रास्ते में मिल कर राम अकबाल की चाकुओं से गोद कर हत्या कर दी। हत्या के बाद तीनों ने मृतक के शव पर तेजाब डाला और नहर में फेंक दिया। ऑपइंडिया के पास FIR कॉपी मौजूद है।
राम अकबाल का शव नहर में नूरपुर के पास मिला। पुलिस ने पैरू, मेहँदी और इकबाल के खिलाफ IPC की धारा 302, 201 और SC/ST के तहत केस दर्ज कर लिया। तीनों अरोपितों को हिरासत में ले कर पूछताछ की जाने लगी। मृतक के शव को भी पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। इस बीच हत्या से नाराज महिलाओं का एक समूह आरोपितों के घर पहुँच गया जहाँ तोड़फोड़ की गई।
आरोप है कि तोड़फोड़ के दौरान आरोपितों के घर में तेजाब की बोतलें और तमंचा भी मिला। पुलिस ने आरोपितों के घर तोड़फोड़ करने वालों पर भी FIR दर्ज कर ली है। मामले की जाँच की जा रही है।
— Sitapur Police (@sitapurpolice) July 23, 2023
सीतापुर के स्थानीय पत्रकार अभिमन्यु कुमार द्वारा भेजे गए वीडियो में आरोपितों के गिरे हुए घर दिखाई दे रहे हैं। इन घरों में तमंचे और बोतलों में कुछ द्रव जैसा भरा दिखाई दे रहा है। अभिमन्यु ने ऑपइंडिया को बताया कि मौके पर पुलिस पर लगातार पेट्रोलिंग कर रही है। वहीं हम से बात करते हुए सीतापुर के महंत बजरंग मुनि ने बताया कि आरोपितों के घर से मिला तेजाब और तमंचा इस बात का इशारा कर रहा है कि उनके संबंध कहीं बाहरी आतंकी तत्वों से होंगे। बजरंग मुनि ने सीतापुर प्रशासन से आरोपितों की भविष्य की साजिश का खुलासा करने की भी माँग की।
महंत ने कहा कि यदि असगर का घर गिराने वाली महिलाओं के खिलाफ कोई प्रशासनिक एक्शन होगा तो जनांदोलन खड़ा होगा। उन्होंने दावा किया कि तीनों आरोपित आपराधिक सोच के हैं और इस से पहले भी अपने क्षेत्र में हिन्दुओं को प्रताड़ित करते आए हैं। दलित की हत्या के इस मामले में भीम आर्मी जैसे संगठनों की चुप्पी को बजरंग मुनि ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया।