Sunday, November 17, 2024
Homeदेश-समाजयूपी में रेलवे ट्रक पर डाल दिया लकड़ी का मोटा टुकड़ा, चालक की सूझबूझ...

यूपी में रेलवे ट्रक पर डाल दिया लकड़ी का मोटा टुकड़ा, चालक की सूझबूझ से पलटने से बची ट्रेन: इससे पहले MP में डाल दिया था सरिया

ट्रेन को अचानक झटका लगा, जिससे लोको पायलट को आपातकालीन ब्रेक लगाने पड़े और ट्रेन को रोकना पड़ा। बाद में पता चला कि लकड़ी का लट्ठा ट्रेन के इंजन से चिपक गया था।

उत्तर प्रदेश में कासगंज-फर्रुखाबाद पैसेंजर ट्रेन (05389) के सतर्क लोको पायलटों ने ट्रेन को पटरी से उतारने के लिए ट्रैक पर रखी लकड़ी को देख लिया और ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने की साजिश को विफल कर दिया। इससे पहले, कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश में ट्रेन की पटरी पर सरिया रखकर ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने की साजिश सामने आ चुकी है।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने पटरियों पर लकड़ी का लट्ठा रख दिया था, जो ट्रेन के कैटल-गार्ड में फंस गया, बावजूद इसके कि लोको पायलटों ने लकड़ी को देखते ही तुरंत आपातकालीन ब्रेक लगा दिए।

यह घटना शुक्रवार रात करीब 11.38 बजे भटासा और शमसाबाद रेलवे स्टेशनों के बीच हुई। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर डिवीजन के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया, “यह स्पष्ट रूप से ट्रेन को पटरी से उतारने के इरादे से की गई तोड़फोड़ का मामला था। हालाँकि, सतर्क लोको पायलटों ने संभावित दुर्घटना को सफलतापूर्वक टाल दिया। लोकोमोटिव के कैटल-गार्ड में लकड़ी का लट्ठा फंस जाने के कारण ट्रेन करीब आधे घंटे देरी से चली।”

रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रेन को अचानक झटका लगा, जिससे लोको पायलट को आपातकालीन ब्रेक लगाने पड़े और ट्रेन को रोकना पड़ा। बाद में पता चला कि लकड़ी का लट्ठा ट्रेन के इंजन से चिपक गया था। इसके बाद रेलवे कर्मचारियों ने लकड़ी के लट्ठे को हटाकर ट्रैक को साफ किया। 25 मिनट बाद ट्रेन का परिचालन फिर से शुरू हुआ। शमशाबाद रेलवे स्टेशन पर पहुँचने पर लोको पायलट ने मामले की सूचना दी।

शनिवार की सुबह रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ), कायमगंज से सिविल पुलिस और फर्रुखाबाद से सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) की एक टीम ने ट्रैक का गहन निरीक्षण किया। आरपीएफ के एसआई ओमप्रकाश मीना ने डॉग स्क्वॉड के साथ ट्रैक की जाँच की।

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, रेल ट्रैक से थोड़ी दूरी पर स्थित एक गिरे हुए आम के पेड़ को स्थानीय लोगों ने कई टुकड़ों में काट दिया था। यह संभव है कि किसी बदमाश ने इस स्थान से लकड़ी का लट्ठा उठाया और जानबूझकर उसे ट्रैक पर रख दिया। ट्रैक के आस-पास का इलाका आम और दूसरे पेड़ों से भरा हुआ है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

घर की बजी घंटी, दरवाजा खुलते ही अस्सलाम वालेकुम के साथ घुस गई टोपी-बुर्के वाली पलटन, कोने-कोने में जमा लिया कब्जा: झारखंड चुनावों का...

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने बीते कुछ वर्षों में चुनावी रणनीति के तहत घुसपैठियों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -