कर्नाटक के रायचूर में एक बर्बरतापूर्ण वारदात को अंजाम दिया गया। यहाँ सिविल इंजीनियरिंग की एक छात्रा का अधजला शरीर पेड़ से टंगा पाया गया। मृतका की पहचान अमृता (असली नाम नहीं, रेप की भी है संभावना) के तौर पर की गई है। इस घटना से पूरे क्षेत्र के लोग गुस्से में हैं। छात्रा की संदिग्ध मौत से संदेह की स्थिति पैदा हो गई है।
स्थानीय ख़बरों के अनुसार, अमृता नामक लड़की रायचूर में एक इंजीनियरिंग कॉलेज की छात्रा थी। वह 15 अप्रैल को लापता हो गई थी। उक्त छात्रा जब तीन दिन बाद तक भी घर नहीं लौटी तो उसके माता-पिता ने उसे ढूँढ़ना शुरू कर दिया। बाद में, अमृता का जला हुआ शव शहर के बाहरी इलाक़े में एक पेड़ पर लटका मिला। मृतका के शरीर पर क्रूरता और बर्बरता स्पष्ट दिखाई दे रही थी और उसे देखकर लोगों की आत्मा तक सिहर गई।
प्रथम दृष्टया यह लग रहा था कि अमृता ने आत्महत्या की है। लेकिन, उसके माता-पिता और दोस्तों को उसकी मौत पर संदेह था। इसी कारण से उन्होंने हत्या की आशंका जताई। अमृता की नृशंस हत्या के विरोध में उसके दोस्तों और कॉलेज के अन्य छात्रों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया। उन्होंने माँग की है कि राज्य सरकार मौत की प्रकृति और परिस्थितियों का पता लगाने के लिए तत्काल जाँच शुरू करे।
रायचूर के लोग इस घटना की तुलना निर्भया घटना से कर रहे हैं, जिसने उस समय राष्ट्र को झकझोर दिया था। सोशल मीडिया पर एक ऑनलाइन याचिका के ज़रिए यह दावा किया जा रहा है कि पुलिस अधिकारी और कुछ प्रमुख लोग अपराधियों की मदद करके मामले को प्रभावित कर रहे हैं और मामले को आत्महत्या का रूप देकर बंद करने की कोशिश कर रहे हैं।
ऑनलाइन याचिका चलाने वालों को शक है कि अमृता का बलात्कार करने बाद उसे जलाया गया और फिर उसे अधजली हालत में पेड़ से टांग दिया गया। इस ऑनलाइन याचिका पर 50,000 से अधिक लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं।
फिलहाल स्थानीय पुलिस ने इस घटना की जाँच शुरू कर दी है और मामले के एक आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया है।