बिहार के कटिहार जिले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ‘समाधान यात्रा’ के दौरान ग्रामीणों ने आगजनी और नारेबाजी की है। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें लोगों को सड़क पर प्रदर्शन करते हुए देखा जा सकता है। लोगों का कहना है कि सीएम नीतीश कुमार से उन्हें नहीं मिलने दिया गया। बवाल का कारण इसे ही बताया जा रहा है। इससे पहले उन्हें सारण में भी काले झंडे दिखाए जा चुके हैं। काफिले के सामने युवक ने ऐसा किया था, जिसके बाद उसे तुरंत हिरासत में ले लिया गया था।
अब कटिहार में नाराज़ ग्रामीणों ने हंगामा किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि नेताओं-अधिकारियों से घिरे सीएम नीतीश चल रहे हैं और ग्रामीण आसपास खड़े हैं। वहीं एक अन्य फुटेज में लोग सड़क पर लकड़ियाँ-कपड़े जला कर आगजनी कर रहे हैं। इसमें अधिकतर युवा थे। उन्होंने मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। युवकों ने कहा कि ‘समाधान यात्रा’ में कोई समाधान नहीं हो रहा है, वो गाड़ी से भी नहीं उतरे और किसी से उनकी मुलाकात नहीं हुई।
#WATCH | Locals of Dighari Panchayat, Korha block of Katihar raise slogans against Bihar CM Nitish Kumar at his 'Samadhan Yatra' alleging they were not allowed to meet the CM. The mob also set fire to posters featuring CM and Dy CM Tejashwi Yadav pic.twitter.com/R6SSzoA3KK
— ANI (@ANI) February 5, 2023
ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने तक नहीं दिया गया। इतना ही नहीं, लोगों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ बिहार के उप-मुख्यमंत्री व राजद नेता तेजस्वी यादव के पोस्टरों को भी आग के हवाले कर दिया। ये घटना कटिहार के कोढ़ा प्रखंड स्थित दिघरि पंचायत की है। कई घंटों तक लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। ऐसा लग रहा है कि पूरे राज्य में नीतीश कुमार के कामकाज से लोग खुश नहीं है, तभी उनके खिलाफ जनता में इतना गुस्सा है।
हाल ही में चुनावी रणनीतिकार और ‘सुराज यात्रा’ निकाल रहे प्रशांत किशोर ने भी कहा है कि नीतीश कुमार ने तीन-तीन बार लोगों को ठगा है। कभी महागठबंधन के रणनीतिकार रहे पीके ने खुलासा किया कि नीतीश कुमार ने कहा था कि वो थोड़े दिन बाद भाजपा छोड़ेंगे, क्योंकि मोदी की हवा अभी कुछ दिन और रहेगी। उन्होंने कहा कि CAA-NRC के विरोध की योजना बनी थी, लेकिन नीतीश ने संसद में जदयू से इसके पक्ष में वोटिंग करा दी।