Saturday, December 21, 2024
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‘मुझे मजबूर किया गया’: BharatPe के विवादित फाउंडर अशनीर ग्रोवर ने अपनी ही कंपनी से दिया इस्तीफा, पत्नी भी हो चुकी हैं बर्खास्त

"भारत में आंत्रप्रेन्योरिशप का चेहरा बनने के बाद वो अब अकेली लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसमें उनके खिलाफ उनके ही निवेशक और मैनेजमेंट खड़ा है। 'दुर्भाग्य से, इस लड़ाई में मैनेजमेंट ने वो खो दिया है, जो दाँव पर लगा हुआ है- भारतपे।"

फिनटेक यूनिकॉर्न भारतपे (BharatPe) के सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक (MD) अशनीर ग्रोवर ने कंपनी के बोर्ड में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। अशनीर का इस्तीफा ऐसे समय में आया है, जब अभी हाल ही में उनकी पत्नी माधुरी जैन ग्रोवर को भी आर्थिक गड़बड़ियों के आरोप में भारतपे ने कंपनी से बर्खास्त कर दिया था। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, माधुरी जैन ग्रोवर पर आरोप थे कि उन्होंने अपने पर्सनल ब्यूटी ट्रीटमेंट और विदेश यात्राओं का खर्चा फर्जी इनवॉइस के जरिए, कंपनी के खर्चे में जोड़ा था।

बिजिनेस स्टैण्डर्ड के अनुसार, अशनीर ने कंपनी से त्यागपत्र देते हुए अपने रिजाइन लेटर में लिखा है, “मैं इस बात से बेहद दुखी हूँ, जिस कंपनी का मैं संस्थापक हूँ आज मुझे उस कंपनी को अलविदा कहने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मैं सिर ऊँचा करके कहता हूँ कि आज यह कंपनी फिनटेक की दुनिया में सर्वश्रेष्ठ कंपनी में से एक है। 2022 की शुरुआत से ही कुछ लोगों द्वारा मुझे और मेरे परिवार पर निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। जो न केवल मुझे और मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुँचाने के लिए तैयार हैं, बल्कि कंपनी की प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुँचाते हैं।”

ग्रोवर ने यह भी कहा है, “भारत में आंत्रप्रेन्योरिशप का चेहरा बनने के बाद वो अब अकेली लंबी लड़ाई लड़ रहे हैं, जिसमें उनके खिलाफ उनके ही निवेशक और मैनेजमेंट खड़ा है। ‘दुर्भाग्य से, इस लड़ाई में मैनेजमेंट ने वो खो दिया है, जो दाँव पर लगा हुआ है- भारतपे।”

SIAC ने समीक्षा रोकने से किया इंकार

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अशनीर ग्रोवर को हाल ही में बड़ा झटका लगा था। ग्रोवर को सिंगापुर अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र (एसआईएसी) से कोई राहत नहीं मिली है। इस याचिका पर पहली सुनवाई 20 फरवरी, 2022 को हुई थी। इस मामले में मध्यस्थता केंद्र ने कहा है कि भारतपे में शीर्ष प्रबंधन की अनुशंसा पर की जा रही कामकाजी समीक्षा को रोकने का कोई आधार नहीं है। ग्रोवर ने एसआईएसी (SIAC) में दायर अपनी अर्जी में कंपनी के कामकाज के लिए जारी समीक्षा रोकने की माँग करते हुए कहा था कि उनके खिलाफ की जा रही यह जाँच गैरकानूनी है। ऐसे में माना जा रहा है कि अशनीर इस मामले को दिल्ली हाईकोर्ट में चुनौती दे सकते हैं। बता दें कि कंपनी के सीईओ सुहैल समीर के नेतृत्व में बोर्ड ने फोरेंसिक ऑडिट के लिए अल्वारेज एवं मार्सल और पीडब्ल्यूसी को नियुक्त किया है।

कंपनी छोड़ने के बदले 4 हजार करोड़ रुपए की माँग

अशनीर ग्रोवर के बारे में मालूम हो कि वह बहुचर्चित शो शार्क टैंक के जजों में से एक थे। वहीं उनके ऊपर पिछले दिनों धोखा, दुर्व्यवहार और कॉरपोरेट गवर्नेंस का आरोप लगा था। कंपनी छोड़ने की बात पर उन्होंने मीडिया को बताया था कि कंपनी में उनकी हिस्सेदारी 9.5 प्रतिशत है और अगर कोई निवेशक 4,000 करोड़ रुपए देकर उनकी हिस्सेदारी खरीदता है तो वह कंपनी छोड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि यह उनका उचित बाजार मूल्य है। उन्होंने खुद पर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था। ग्रोवर ने कहा था, मैंने क्या किया है कि इस्तीफा दूँ? यह सुनवाई से पहले सजा देने की तरह है।”

वहीं इस्तीफा देने के बाद भी फिनटेक स्टार्टअप में शीर्ष निवेशक अपनी हिस्सेदारी बेचने और कंपनी छोड़ने के लिए उनकी तरफ से माँगे गए 4,000 करोड़ रुपए देने के लिए कोई संकेत नहीं दिया है। हालाँकि, मीडिया रिपोर्ट में अब यह भी दावा किया जा रहा है कि अशनीर ग्रोवर ने फिनटेक स्टार्टअप में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए दूसरे इनवेस्टर्स से बातचीत शुरू कर दी है। कंपनी में ग्रोवर की 9.5 फीसदी हिस्सेदारी यानी 1,915 करोड़ रुपए थी। जब अगस्त 2021 में फंडिंग दौरान इसका वैल्यूएशन 2.85 अरब डॉलर किया गया था।

पत्नी माधुरी की कंपनी से छुट्टी

जानकारी के मुताबिक माधुरी को कंपनी में 2018 से वित्तीय मामलों का इंचार्ज बना गया था। ऐसे में जब कंपनी ऑडिट हुआ तो वित्तीय हेरफेर में उनका नाम आया। रिस्क एडवाइजरी फर्म Alvarez and Marsal की जाँच में भी उनका उल्लेख था। इसी फर्म ने जनवरी में कंपनी का ऑडिट किया था। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, भारत पे ने माधुरी जैन पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें कंपनी से निकाल दिया था।

बैंक कर्मी से बदसलूकी

बता दें कि अशनीर ग्रोवर इस साल की शुरुआत से ही चर्चा में बने हुए हैं। 5 जनवरी, 2022 को एक अनजान व्यक्ति ने एक ऑडियो क्लिप साउंड क्लाउड प्लेटफॉर्म पर डाला था। इसमें बैंक के स्टाफ और 2 ग्राहकों के बीच की बातचीत थी। जिसमें ग्राहक की तरफ से बैंक स्टाफ को गालियों के साथ धमकी भी दी जा रही थी। इसे लेकर दावे किए गए कि ये आवाज अशनीर और उनकी पत्नी माधुरी की है। जबकि बैंक का स्टाफ कोटक महिंद्रा का है। अशनीर की ओर से इस ऑडियो को फर्जी कहा गया मगर 9 जनवरी को कोटक महिंद्रा ने अपने स्टाफ से गाली-गलौज करने वाले ग्राहकों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की घोषणा की थी।

इसके अलावा अशनीर शार्क टैंक इंडिया में जज के तौर पर दिखे थे। इस शो में उन्हें दर्शकों ने एक घमंडी जज के तौर पर देखा। नतीजा ये हुआ कि शो खत्म हो गया लेकिन शार्क टैंक के कारण उन्हें गाली पड़नी बंद नहीं हुई। उन्होंने हाल में बताया कि अब भी उन्हें यूजर्स भला बुरा बोलते हैं और उन्हें वो कमेंट देर रात भी डिलीट करने पड़ जाते हैं।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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