उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के दरियाबाद में 100 साल पुरानी मस्जिद को ढहाए जाने पर एसडीएम दिव्यांशु पटेल को धमकी देने के आरोपित अशरफ अली को पुलिस ने शनिवार (22 मई 2021) को गिरफ्तार कर लिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपित ने मस्जिद को ढहाए जाने की घटना का जिक्र करते हुए एसडीएम पर पक्षपाती होने का आरोप लगाते हुए उन्हें इसका परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी।
बीते 17 मई, 2021 को एसडीएम के निर्देश पर अवैध निर्माण का को ढहा दिया गया था। अधिकारियों के मुताबिक, बाराबंकी के राम सनेही घाट क्षेत्र में ‘तहसील’ परिसर के अंदर स्थित एक अवैध आवासीय ढाँचे को ध्वस्त कर दिया है। खास बात यह है कि मुस्लिम समुदाय इसके मस्जिद होने का दावा करता है। विपक्ष भी उसके साथ सुर में सुर मिलाकर उसे मस्जिद बता रहा है। (एसडीएम) कोर्ट राम सनेही घाट के मुताबिक, वहाँ रहने वाले लोगों को अपने दावे को साबित करने के लिए दस्तावेज पेश करने के लिए कहा गया था, लेकिन वे नोटिस के बाद भाग गए।
अधिकारियों के अनुसार इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ ने 2 अप्रैल को इस संबंध में दायर एक याचिका का निपटारा किया था, जिससे यह साबित हुआ था कि वहाँ पर अवैध निर्माण ही था। अधीकारियों ने आगे कहा, राम सनेही घाट के एसडीएम की कोर्ट में मामला दर्ज किया गया था, इस मामले में 17 मई, 2021 को एसडीएम के आदेशों का पालन किया गया। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट दिव्यांशु पटेल ने भी निर्माण को अवैध करार दिया था और अदालत के आदेश पर इमारत को ढहा दिया गया।
पुलिस ने एसडीएम को धमकी देने के आरोपित अशरफ अली के खिलाफ सांप्रदायिक शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मामला दर्ज किया है। फिलहाल आरोपित को कोर्ट में पेश कर उसे जेल भेज दिया गया है। वहीं इसी मामले में शुक्रवार ( 21 मई 2021) को सांप्रदायिक अशांति पैदा करने के मामले में संदेह में पाँच लोगों को हिरासत में लिया गया था। मोहम्मद मतीन खान, मोहम्मद साद, सुलेमान, फारूक अहमद खान और मोहम्मद कामिल को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया गया। इसके बाद उन्हें जेल भी भेज दिया गया है।