एक महिला पुलिस अधिकारी ने असम राइफल्स के एक जवान पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। अब असम राइफल्स ने बयान जारी करके इन आरोपों को आधारहीन और बनावटी करार दिया है। असम राइफल्स ने अपने जवाब के ख़िलाफ़ लगे आरोपों को सिरे से नकार दिया है। बता दें कि 2 दिन पहले ही महिला आईपीएस अधिकारी ने असम राइफल्स के जवान पर यौन शोषण के आरोप मढ़े थे। महिला ने बताया था कि ये घटना तब हुई, जब वो भारत-म्यांमार सीमा पर स्थित मोरेह में ड्यूटी कर रही थी।
इस मामले में मणिपुर महिला आयोग के पास भी शिकायत दर्ज कराई गई है। असम राइफल्स ने अपने बयान में कहा कि यौन शोषण का आरोप लगाने वाली अधिकारी ने अपने साथी के साथ सड़क पर बने चेकपॉइंट को धता बताते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की। महिला व उसके साथ हथियारबन्द व्यक्ति ने असम राइफल्स के जवानों को गालियाँ बकीं और उनके साथ अभद्रता की। घटना के समय दोनों के सादी वर्दी में होने की बात कही जा रही है।
असम राइफल्स ने अपने बयान में कहा है कि लाख पूछने के बावजूद महिला आईपीएस अधिकारी ने अपनी पहचान बताने से इनकार कर दिया और उलटा असम राइफल्स के जवानों से ही सवाल पूछने लगीं, जो तय नियम-कायदे के हिसाब से ड्यूटी कर रहे थे। असम राइफल्स के जवानों ने आरोप लगाया कि महिला अधिकारी ने चेकपॉइंट के फोटो भी लिए। शक जताया जा रहा है कि उसकी गाड़ी में कुछ ऐसी चीजें थीं, जिन्हें छिपाने के लिए ये सारा का सारा ड्रामा रचा गया।
एनएच-102 पर गणतंत्र दिवस के कारण सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और चेकपॉइंट को अलर्ट पर रखा गया है। असम राइफल्स ने गंभीर आरोप लगाया है कि उक्त महिला पुलिस अधिकारी म्यांमार जाकर वहाँ से कुछ संदिग्ध चीजें अपनी गाड़ी में ला रही थीं। असम राइफल्स ने कहा कि उसके पास इस बात के वीडियो सबूत हैं कि महिला पुलिस अधिकारी ने अपनी गाड़ी में म्यांमार से संदिग्ध चीजें उठाई। सुरक्षा बल ने सही समय पर वीडियो रिलीज करने की बात कही है। इससे पता चलता है कि अधिकारी ऑफिसियल ड्यूटी पर नहीं थी।
Assam Rifles is publishing rebuttal against the same.@adgpi pic.twitter.com/QUQXovNtsp
— The Assam Rifles (@official_dgar) January 21, 2020
जिस रास्ते में ये घटना हुई, उसी मोरेह-इम्फाल रोड पर जनवरी 2019 से लेकर अब तक 500 करोड़ रुपए की अवैध वस्तुएँ जब्त की जा चुकी हैं। इससे यहाँ सुरक्षा चेकपॉइंट के महत्व का अंदाज़ा लग जाता है। असम राइफल्स का पूछना है कि 2 बजे दोपहर में कई लोगों के सामने उसका कोई जवाब यौन शोषण अथवा छेड़खानी कैसे कर सकता है? सुरक्षा बल ने कहा कि इसके बावजूद अधिकारी की शिकायत की जाँच की जाएगी।