महाराष्ट्र के वाशिम जिले में मुगल आक्रांता औरंगजेब और टीपू सुल्तान की फोटो लेकर नाचने वाले 8 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ। घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद हिंदू संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद, यह कार्रवाई हुई है।
दरअसल, वासिम जिले के मंगरुलपिर कस्बे में शनिवार (14 जनवरी 2023) की रात दादा हयात कलंदर साहब का संदल जुलूस निकाला जा रहा था। इस दौरान, जुलूस में नाचने वाले लोग औरंगजेब और टीपू सुल्तान की फोटो लहरा रहे थे।
Images of cruel “Aurangzeb” was displayed in Mangrulnath, Washim in a rally
— Indo/ इंदू / अक्षय🚩 (@IndologyMemes) January 15, 2023
Strict action needed😡
महाराष्ट्राच्या पावन भुमीवर मंदीरे तोडणारा, धर्मवीर संभाजीराजेंची हत्या करणारा, हिंदूची कत्तली करणारा, आयाबहिणी बाटवणारा क्रुरकर्मा औरंग्याचे फोटो झळकवले जात आहे
कडक कारवाई व्हावी pic.twitter.com/Qvo1n5InaN
इस घटना का वीडियो रविवार (15 जनवरी 2023) से सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा था। वीडियो वायरल होने के बाद हिंदू संगठन के लोग जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन करने लगे। कई जगह पर औरंगजेब का पुतला फूँकने की भी खबर आई थी। हिंदू संगठनों के बढ़ते विरोध के बीच पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
#BreakingNow: महाराष्ट्र के वाशिम से बड़ी खबर.. औरंगजेब की फोटो के साथ डांस करने वालों का वीडियो वायरल, 8 लोगों के खिलाफ केस दर्ज @spbhattacharya #Maharashtra #Aurangzeb pic.twitter.com/Bz7UhGzECf
— Times Now Navbharat (@TNNavbharat) January 16, 2023
इसके बाद अब, मंगरुलपिर पुलिस ने 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मामले की जाँच कर कार्रवाई करने की बात कर रही है। एबीपी की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने इस मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
Maha | Case registered against 8 people in Washim in connection with a viral video of people dancing with Mughal emperor Aurangzeb’s photos
— ANI (@ANI) January 16, 2023
Mangrulpir Insp says, “Some youths carried Aurangzeb’s photos during Dada Hayat Qalandar’s urs on Jan 1 & raised slogans. Case registered.” pic.twitter.com/iGv1DnpcQH
वहीं, किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए जगह-जगह पुलिस बल तैनात किए जा रहे हैं। प्रशासन जनता से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील कर रहा है।
औरंगजेब को लेकर छिड़ा था सियासी विवाद
दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार ने कहा था कि छत्रपति संभाजी महाराज धर्मवीर नहीं थे, बल्कि स्वराज्य रक्षक थे। इसके बाद एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने एक कदम आगे बढ़ते हुए औरंगजेब को लेकर दावा कर दिया कि वह क्रूर और हिंदू विरोधी नहीं था।
जितेंद्र आव्हाड ने कहा था “छत्रपति संभाजी महाराज को बहादुरगढ़ लाया गया, जहाँ उनकी आँखें निकाल दी गईं। बहादुरगढ़ किले के पास एक विष्णु मंदिर था। अगर औरंगजेब क्रूर या हिंदू विरोधी होता तो वह उस मंदिर को भी तोड़ देता।”
इस बयान के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पटलवार करते हुए कहा था कि एनसीपी छत्रपति संभाजी महाराज का अपमान कर रही है और औरंगजेब की तारीफ कर रही है। औरंगजेब ने महाराष्ट्र में कई मंदिरों को तोड़ा और महिलाओं पर अत्याचार किया था।