उत्तर प्रदेश के बरेली की एक और मुस्लिम युवती ने हिंदू के साथ सादी की है। इस युवती का नाम है अमरीना। हिंदू धर्म अपनाकर अमरीना ने अपना नया नाम राधिका रखा है। पप्पू के साथ शादी की है। बताया है कि भगवान में पहले से ही उसकी आस्था थी। अब तीन तलाक का डर भी खत्म हो गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 21 वर्षीय अमरीना बिजनौर की रहने वाली है। वह सोमवार (26 दिसबंर 2022) को बरेली के अगस्तय मुनि आश्रम मंदिर में घर वापसी कर राधिका बन गई। इसके बाद आचार्य पंडित केके शंखधार ने पप्पू के साथ उसकी हिंदू रीति-रिवाज से शादी कराई। पंडित शंखधर इससे पहले 64 मुस्लिम लड़कियों की शादी हिंदू युवकों से करा चुके हैं। राधिका ने बताया कि उसके परिवार वाले उसे लगातार धमकी दे रहे थे। लेकिन उसने प्यार की खातिर अपना घर, धर्म और परिवार छोड़ दिया है। अब वह हमेशा हिंदू बनकर रहेगी।
राधिका ने कहा, “मैं बालिग हूँ। आधार कार्ड में मेरी जन्म तारीख 9 अगस्त 2000 है। हिंदुओं में तीन तलाक नहीं देते। यहाँ तो पता नहीं कब तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया जाए। हमारे पड़ोस के रहने वाली एक युवती का निकाह पाँच साल पहले हुआ था। उसके शौहर ने उसे पीट-पीटकर 3 तलाक देकर घर से निकाल दिया था। मैंने अपनी मर्जी से शादी की है। मेरा निर्णय मेरे भविष्य के लिए सुखद होगा। मेरे पति पप्पू जहाँ चाहेंगे, मैं वहाँ अपना गुजर-बसर कर लूँगी।”
राधिका और पप्पू कैसे मिले
राधिका का पति पप्पू बरेली से सटे रामपुर के एक गाँव में रहता है। दो साल पहले अक्टूबर में एक मिस्ड कॉल से दोनों की दोस्ती शुरू हुई थी, जो धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। दरअसल, अमरीना के फोन पर एक दिन अनजान युवक का फोन आया। जब युवती ने उसे कॉल बैक किया तो पप्पू ने फोन उठाया। उसने कहा कि कॉल गलती से लग गई थी। इसके बाद दोनों के बीच फोन पर बात होने लगी। करीब दो वर्ष पहले इनके प्रेम संबंधों को लेकर परिवार वालों ने विरोध शुरू कर दिया। पप्पू के अनुसार, उन दोनों ने जिंदगी भर साथ रहने का निर्णय ले किया था। इसलिए उन्होंने घर छोड़ दिया।
गौरतलब है कि इससे पहले 30 नवंबर को बरेली की शहनाज और इरम सैफी ने भी इसी तरह हिंदू युवकों से शादी की थी। शहनाज ने अपना नाम सुमन तो इरम ने स्वाति रखा था। शहनाज के धर्म परिवर्तन कर प्रेमी अजय से शादी करने के बाद टुकड़े-टुकड़े करने की धमकी दिए जाने की भी खबर आई थी। नव विवाहित दंपती ने जान का खतरा जताते हुए पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई थी।