उत्तर प्रदेश के बरेली की तीन तलाक पीड़िता शहनाज ने घर वापसी की है। बचपन के दोस्त पवन के साथ शादी कर वह आरोही बन गई है। बचपन से ही वह भगवान श्रीकृष्ण की भक्त रही है। भगवान की पूजा करने पर ही शौहर ने तीन तलाक देकर उसे घर से निकाल दिया था। पवन के साथ उसने 19 जून 2023 को अगस्तय मुनि आश्रम में फेरे लिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शहनाज मूल रूप से बरेली जिले के फरीदपुर थाना क्षेत्र में आने वाले गाँव ढहरी की रहने वाली हैं। उसके गाँव में मिश्रित आबादी है। हिन्दुओं की आबादी भी अच्छी-खासी है। बचपन से ही शहनाज हिन्दुओं के धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल हुआ करती थी। इसके चलते धीरे-धीरे उसकी हिन्दू धर्म में आस्था बढ़ती चली गई। वह भगवान कृष्ण की भक्त बन गई। साल 2018 में शहनाज का निकाह हो गया और वो ससुराल चली गई।
बताया जा रहा है कि ससुराल जाने के बाद भी शहनाज ने भगवान कृष्ण की भक्ति जारी रखी। वो अक्सर पूजा किया करतीं थीं जिससे उसके ससुराल वाले नाराज रहते थे। शहनाज के शौहर ने भी उसे कई बार टोका। निकाह के 2 माह बाद शौहर ने शहनाज को पूजा करते फिर देखा तो तीन तलाक दे दिया। तलाक के बाद शहनाज को ससुराल वालों ने घर से बेदखल कर दिया। इसके बाद वह मायके में आकर रहने लगी। बताया जा रहा है कि मायके वाले भी शहनाज की कृष्ण भक्ति से नाराज रहते थे और अक्सर ताना दिया करते थे।
इन बातों से शहनाज काफी परेशान रहा करती थी। इस बीच मायके में ही शहनाज को उसका बचपन का दोस्त और उसी गाँव का पवन मिला। पवन ने शहनाज का काफी विषम हालातों में साथ दिया। थोड़े दिनों की बातचीत के बाद पवन और शहनाज की दोस्ती प्यार में बदल गई। जब इसकी जानकरी दोनों के परिजनों को हुई तो उन्होंने विरोध किया। बावजूद दोनों ने 19 जून को बरेली के अगत्स्य मुनि आश्रम में शादी कर ली।
हिन्दू विधि-विधान और वैदिक मंत्रों के बीच यह शादी अगत्स्य मुनि आश्रम के पंडित के के शंखधर ने करवाई। शहनाज अपने नए नाम आरोही और पति के तौर पर पवन को पाकर काफी खुश थी। शहनाज और पवन ने बरेली पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है।