बेंगलुरु के व्यालिकावल इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहाँ 29 वर्षीय महालक्ष्मी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। महालक्ष्मी का शव कई टुकड़ों में काटकर उनके घर के फ्रिज में रखा गया था। इस वीभत्स हत्या कांड ने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया है। पुलिस ने शव के 28 टुकड़े बरामद किए हैं, जो फ्रिज में रखे गए थे। हत्या की क्रूरता ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है और मामले की गहन जाँच जारी है। इस मामले में महालक्ष्मी के पूर्व पति ने अशरफ नाम के एक नाई पर शक जताया है, जिसके कथित तौर पर महालक्ष्मी के साथ अवैध संबंध थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना के बारे में तब पता चला जब महालक्ष्मी के घर से दुर्गंध आने लगी। पड़ोसियों ने इसकी शिकायत की और फिर महालक्ष्मी की माँ, मीना राणा, और बहन लक्ष्मी ने घर जाकर जाँच की। मीना राणा ने अपनी शिकायत में कहा, “जब हमने दरवाजा खोला और अंदर गए, तो घर की हालत बेहद खराब थी। पूरे घर में सामान बिखरा हुआ था। रसोई के पास कीड़े रेंग रहे थे, और खून के धब्बे दिखाई दे रहे थे। जब मैंने फ्रिज खोला, तो उसमें शव के टुकड़े देखकर मैं बाहर दौड़ आई। तुरंत अपने दामाद इमरान को बुलाया, जिसने पुलिस को सूचना दी।”
महालक्ष्मी की माँ के मुताबिक, आखिरी बार उनकी बेटी से फोन पर बात 2 सितंबर को हुई थी, जब महालक्ष्मी ने बताया था कि वह जल्द ही अपने पति से मिलने जाएगी। इसके बाद से उनका संपर्क नहीं हो पाया था।
महालक्ष्मी के पूर्व पति हेमंत दास ने इस हत्या के पीछे अशरफ नामक एक व्यक्ति का हाथ होने का संदेह जताया है, जो नेलमंगल में एक सैलून में काम करता था। हेमंत ने बताया कि महालक्ष्मी का अशरफ से अवैध संबंध था और उन्होंने अशरफ के खिलाफ ब्लैकमेलिंग का केस भी दर्ज कराया था। हेमंत का दावा है कि अशरफ ने महालक्ष्मी को ब्लैकमेल कर कई बार परेशान किया था। हेमंत ने बताया कि अशरफ उत्तराखंड का रहने वाला है।
हेमंत ने कहा, “मुझे अप्रैल-मई 2023 के दौरान महालक्ष्मी और अशरफ के संबंधों के बारे में पता चला। मैंने इसके बाद महालक्ष्मी से दूरी बना ली थी और 9-10 महीने से उससे कोई संपर्क नहीं किया।” हेमंत ने यह भी बताया कि महालक्ष्मी ने नेलमंगल पुलिस स्टेशन में अशरफ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन इसके बाद उनकी कोई बातचीत नहीं हुई।
बेंगलुरु के सेंट्रल जोन के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस, शेखर एच. टेक्कनवार ने बताया, “हम हर कोण से जाँच कर रहे हैं और जब कोई ठोस सुराग मिलेगा, तो उसे सार्वजनिक करेंगे। फिलहाल, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जाँच का इंतजार किया जा रहा है ताकि हत्या के समय और कारण का सटीक पता लगाया जा सके।”
पुलिस ने बताया कि पुलिस ने घटनास्थल की बारीकी से जाँच की और 150 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज का विश्लेषण किया। पुलिस अब भी महालक्ष्मी के मोबाइल फोन और हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार की तलाश कर रही है, जो हत्या के बाद से गायब हैं। पुलिस ने हत्या के पीछे के कारणों की पड़ताल करने के लिए पाँच टीमें बनाई हैं।
हेमंत दास के दावे और महालक्ष्मी की ब्लैकमेलिंग की शिकायत ने पुलिस के सामने नए सवाल खड़े कर दिए हैं। हालाँकि, अभी तक पुलिस को इस मामले में कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। हेमंत ने बताया कि महालक्ष्मी कभी-कभी अपनी चार साल की बेटी से मिलने उनके नेलमंगला स्थित दुकान पर आती थी। बेटी अब हेमंत के साथ रहती है।
महालक्ष्मी की हत्या ने दिल्ली के श्रद्धा वॉकर हत्या कांड की यादें ताजा कर दी हैं। 2022 में, श्रद्धा की हत्या उसके लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने की थी, जिसने श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़े कर दिए थे और उन्हें कई दिनों तक घर के फ्रिज में रखा था। महालक्ष्मी के शव को भी ठीक उसी तरह टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रखा गया, जिससे यह मामला श्रद्धा वॉकर केस जैसा प्रतीत होता है।