बेंगलुरु दंगे मामले में आरोपित फ़रार कॉन्ग्रेस नेता संपत राज के नज़दीकी सहयोगी रियाजुद्दीन को गिरफ्तार करके न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। रियाजुद्दीन पर आरोप है कि उसने मुख्य आरोपित को छुपने और फरार होने में मदद की।
#Breaking | Bengaluru Riots: Big Development
— TIMES NOW (@TimesNow) November 16, 2020
Absconding Congress neta Sampath Raj’s aide arrested. pic.twitter.com/0ybMfZw5Ci
रियाजुद्दीन खुद फरार चल रहा था। उसे कॉन्ग्रेस नेता संपत राज की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। वह संपत राज को नगरहोले स्थित एक फ़ार्महाउस लेकर गया था और उसने आगामी कुछ दिनों तक संपत राज को वहीं छुपाया था।
Riyazuddin, absconding accused in DJ Halli violence case, was arrested on 7th Nov on charges of helping & harbouring main accused & sent to judicial custody. He had taken the accused to a farmhouse near Nagarhole & gave them shelter for a few days: Central Crime Branch #Bengaluru pic.twitter.com/PgCMvjMfO7
— ANI (@ANI) November 16, 2020
केंद्रीय अपराध शाखा के मुखिया संदीप पाटिल ने इस मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि वह उस दौरान जाकिर हुसैन (मामले का अन्य आरोपित) और संपत राज को खोज रहे थे। रियाजुद्दीन बीबीएमपी (बृहत बेंगलुरु म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन) में ठेकेदार है।
बेंगलुरु दंगे
11 अगस्त 2020 को रात 8:30 बजे डीजे हल्ली और केजे हल्ली पुलिस थाने के अंतर्गत पूर्वी बेंगलुरु में दंगों जैसे हालात पैदा हो गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ कॉन्ग्रेस विधायक अखंडा श्रीनिवास मूर्ति के आवास के ठीक सामने लगभग 1000 लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी। इकट्ठा होने वाले लोग विधायक के रिश्तेदार नवीन पर कार्रवाई की माँग कर रहे थे। नवीन पर आरोप था कि उसने फेसबुक पर पैगम्बर मोहम्मद से संबंधित विवादित कंटेंट साझा की थी।
हालात 12 अगस्त की रात 1 बजे के आस पास नियंत्रण में आए थे। इस घटना में कुल 3 लोगों की मृत्यु हुई थी और लगभग 60 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इसके अलावा दंगों के दौरान लगभग 300 वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए थे।
दंगों में संपत राज की भूमिका
कॉन्ग्रेस नेता संपत राज को इस साल अगस्त महीने के दौरान हुए दंगों के मामले में मुख्य षड्यंत्रकर्ताओं में एक माना जाता है। बेंगलुरु दंगों के मामले में केंद्रीय अपराध शाखा (CCB) द्वारा दायर की गई चार्जशीट के अनुसार कॉन्ग्रेस नेता संपत राज ने अपनी ही पार्टी के दलित विधायक अखंडा श्रीनिवास मूर्ति को निशाना बनाने के लिए एसडीपीआई (SDPI) जैसे कट्टर इस्लामी संगठनों से हाथ मिलाया था।
850 पन्नों की चार्जशीट में CCB ने 52 लोगों को घटना का मुख्य आरोपित बताया था। इसके अलावा 30 से अधिक चश्मदीदों के बयान भी शामिल किए गए हैं, जाँच एजेंसी ने कॉन्ग्रेस के पूर्व मेयर संपत राज और जाकिर हुसैन को 51वां और 52वां आरोपित बताया है।