मध्य प्रदेश के विदिशा स्थित ‘भारत माता कॉन्वेंट स्कूल’ में छात्रों द्वारा ‘जय श्रीराम’ का नारा लगाने पर स्कूल प्रबंधन भड़क गया। स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को मंच पर बुलाया और वहीं उनकी पिटाई कर दी। इसके बाद मामला गरम हो गया। सूचना पाकर मौके पर हिंदू संगठन भी पहुँचे और नारेबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद पूरा स्कूल छावनी में तब्दील हो गया। इस दौरान पीड़ित बच्चों के परिजन भी मौके पर पहुँच गए।
जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के गंजबासौदा में एक कॉन्वेंट स्कूल में गुरुवार (9 नवंबर 2023) को हंगामा मच गया। एक छात्र ने आरोप लगाया है कि जब उसने स्कूल में जय श्रीराम का नारा लगाया तो टीचर ने उसे थप्पड़ जड़ दिया। इस घटना के बाद स्कूल में जमकर हंगामा हुआ। मामला इतना तूल पकड़ गया कि छात्र संगठन भी स्कूल पहुँच गए। सूचना पर पुलिस भी पहुँची। कुछ ही देर में स्कूल छावनी में तब्दील हो गया।
घटना के समय स्कूल में कार्यक्रम चल रहा था। ऐसे में नारा सुन कॉन्वेंट स्कूल के प्रशासन को ये नागवार गुजरा और जिन छात्रों ने जय श्रीराम के नारे लगाए थे उनकी मंच पर बुलाकर पिटाई कर दी गई।
इस मामले पर गंजबासौदा एसडीएम और एसडीओपी समेत पुलिस भी सूचना मिलते ही भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुँच गई थी। प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने मामले को शांत कराना शुरू किया। एसडीएम और एसडीओपी के सामने बयान लिए गए और मामले की जाँच शुरू की गई। उचित कार्रवाई की बात कहकर आक्रोशित लोगों को समझाकर शांत कराया गया।
गंजबासौदा के एसडीम विजय राय ने कहा, “हमने संबंधित अधिकारी को जाँच के निर्देश दिए हैं। जाँच के बाद नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने कहा कि स्कूल प्रशासन का भी बयान अभी दर्ज किया जाना है। इस मामले का राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी संज्ञान लिया है। आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कलेक्टर और एसपी को नोटिस जारी किया है।
पहले भी विवादों में रहा है ये कॉन्वेंट स्कूल
जानकारी के मुताबिक, गंजबासौदा के भारत माता कॉन्वेंट स्कूल के प्रशासन पर पहले भी गंभीर आरोप लगे हैं। इसी स्कूल में छात्रों को तिलक लगाने, हाथ में कलावा बाँधने को लेकर प्रताड़ित किया जाता रहा है। यही नहीं, इस मिशनरी स्कूल पर छात्रों के धर्मांतरण का भी आरोप लग चुका है, जिसके बाद हिंदू संगठनों ने इस स्कूल में तोड़फोड़ भी की थी। स्थानीय प्रशासन ने पहले भी इस कॉन्वेंट स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी, लेकिन अभी तक इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।