बिहार के मधुबनी जिले के हरलाखी थानांतर्गत नहरनियाँ गाँव से एक बार फिर 14 साल की नाबालिग हिंदू लड़की के अपहरण का मामला प्रकाश में आया है। आरोपित का नाम मोहम्मद बबलू बताया जा रहा है। परिवार का आरोप है कि 9वीं क्लास में पढ़ने वाली उनकी बेटी को मोहम्मद बबलू अपने साथ तब लेकर गया जब सारे लोग किसी शादी में गए हुए थे। उन्हें लड़की के गायब होने की सूचना अगले दिन मिली। जब उन्होंने इस संबंध में थाने में एफआईआर दी तो पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपित के दोस्त को पकड़ा। अब मो बबलू अपने साथी के गिरफ्तार होने पर लड़की के घरवालों को धमकियाँ भेज रहा है और साथ ही अपने गिरफ्तार दोस्त की फोटो शेयर करके लिख रहा है- ‘तुम्हारा बदला हम लेंगे।’
पीड़ित परिजन से ऑपइंडिया की बातचीत
ऑपइंडिया ने इस घटना की जानकारी होने पर लड़की के घरवालों से बात की। परिजनों ने हमें बताया, “27 अप्रैल को हम नहरनियाँ गाँव से करीब 1 किलोमीटर दूर हरलाखी में अपनी भतीजी की शादी के लिए गए थे। उसी रात गाँव में रहने वाले मोहम्मद बबलू ने इस काम को अंजाम दिया। जब सब लोग शादी से आए तो किसी को कुछ पता नहीं चला। अगले दिन लड़की की चाची ने देखा कि बेटी घर पर नहीं है। हम लोगों ने बहुत ढूँढा। लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चला। फिर कहीं से मालूम हुआ कि मोहम्मद बबलू उसे ले गया है। बबलू हमारे गाँव का ही है। हमारे घर में लड़की की बिदाई थी इसलिए उसदिन कोई एफआईआर नहीं हुई। 29 अप्रैल को हमने एफआईआर करवाई जिसके बाद मोहम्मद बबलू का एक पड़ोसी मो अफरोज पकड़ा गया। उसने स्वीकारा कि उनका दोस्त बबलू ही बेटी को लेकर गया है। पुलिस ने बबलू का नंबर ट्रेस किया तो पता चला कि वो दिल्ली एनसीआर में है। उसकी लोकेशन कभी गुड़गाँव पता चल रही है कभी करोल बाग।”
लड़की के बाबा, घटना के 4-5 दिन बाद भी पुलिस का ढीला रवैया देख परेशान हैं। वह बताते हैं कि मोहम्मद बबलू तो उन्हें खुलेआम धमकियाँ भेजने लगा है। उसने अपने दोस्त की गिरफ्तारी की तस्वीर शेयर करके अपने दोस्त से माफी माँगी है कि उसकी वजह से वो गिरफ्तार हुआ और नीचे धमकी देते हुए लिखा है, “बेटा तुम अपने अंतिम संस्कार करने के लिए बेटा पैदा कर लो।” इसके अलावा कुछ संदेश पीड़ित परिजनों को भेजे जा रहे हैं जिसमें काफी माँ-बहन की गाली देकर कहा गया है कि ‘अगर जिंदा बचा तो छोड़ूँगा नहीं।’
लड़की की वीडियो आई सामने
घटना के बाद लड़की की एक वीडियो वायरल की गई है। इसमें लड़की कह रही है कि बबलू ने उसे नहीं उसने बबलू को भगाया है। वो अपनी मर्जी से मोहम्मद बबलू के साथ है और आगे भी उसके साथ रहना चाहती है। मगर, परिजनों का आरोप है कि उनकी नाबालिग लड़की से वीडियो में झूठ बुलवाया गया है। परिवार ने एफआईआर में कहा कि बेटी का अपहरण हुआ है और ये सब कुछ धर्मपरिवर्तन करके उससे शादी करने की नीयत से किया गया है। एफआईआर में मो बबलू. मो नजाम, मो जमीर, मो चांद, मो अफरोज, मो आशिक और मो नदाफ के नाम हैं। परिवार का कहना है कि इन सबकी आपराधिक पृष्ठभूमि है। बबलू तो मर्डर केस में बंद था, कोरोना काल में उसे रिहा किया गया।
पुलिस कार्रवाई
ऑपइंडिया ने इस मामले को लेकर हरलाखी थाना से भी संपर्क किया। लेकिन मामले में एफआईआर दर्ज होने की पुष्टि करते हुए पुलिस ने अधिक जानकारी देने से इनकार कर दिया। मीडिया रिपोर्ट में थानाध्यक्ष अनोज कुमार के हवाले से कहा गया है कि मोहम्मद अफरोज को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस जल्द ही अपहृत लड़की को भी बरामद कर लेगी। मामला दो समुदाय से जुड़ा होने के कारण गाँव में तनाव का माहौल होने की बात भी कही जा रही है।
पहले भी इसी गाँव में साबिर ने किया था नाबालिग का अपहरण
उल्लेखनीय है कि ये पहली बार नहीं है जब हरलाखी से किसी नाबालिग का अपहरण का मामला प्रकाश में आया है। साल 2020 में भी एक 14 साल की लड़की को चार बच्चों के अब्बा साबिर ने अगवा किया था। परिवार को धमकी दी गई थी कि ‘तुमको जो ताकत लगानी है लगाओ हमने तैयारी कर ली है कि लड़की को मुस्लिम बना देंगे।’ उस मामले में भी प्रशासन पर ढिलाई दिखाने के आरोप लगे थे। हालाँकि ऑपइंडिया द्वारा रिपोर्ट किए जाने के बाद एनसीपीसीआर ने इस पर संज्ञान लिया था और लड़की कुछ दिन बाद गुजरात से बरामद हुई थी।