Thursday, November 14, 2024
Homeदेश-समाजबिहार में 2 दिन से लापता 11 साल का बच्चा पुल के पिलर में...

बिहार में 2 दिन से लापता 11 साल का बच्चा पुल के पिलर में फँसा मिला, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी: बाँस से दिया जा रहा खाना, पाइप से ऑक्सीजन

रेस्क्यू ऑपरेशन बुधवार दोपहर को शुरू किया गया था। बाँस से बच्चे को भोजन और पाइप से ऑक्सीजन दिया जा रहा है। अब तक 35 ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो चुके है। मौके से जो वीडियो आ रहे हैं उसमें घटनास्थल पर भारी भीड़ देखी जा सकती है।

बिहार के पुल इन दिनों चर्चा में हैं। पिछले दिनों भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहा पुल भरभरा कर गिर गया था। अब रोहतास में सोन नदी पर बने पुल के पिलर में एक बच्चे के फँसे होने की खबर आई है। करीब 24 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। लेकिन बच्चे को अभी तक बाहर निकालने में कामयाबी नहीं मिली है।

यह पुल नासरीगंज दाऊदनगर में है। बच्चे की पहचान खिरियाव गाँव के रंजन कुमार के तौर पर हुई है। वह पुल के पिलर नंबर 1 और स्लैब के बीच की गहराई में फँसा हुआ है। एक महिला ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी उसके बाद यह घटना सामने आई। इसके बाद बुधवार (7 जून 2022) की दोपहर बचाव दल मौके पर पहुँचा और बच्चे को बाहर निकालने के प्रयास शुरू हुए।

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार यह बच्चा दो दिन से लापता था। बच्चे के मानसिक तौर पर विक्षिप्त होने की बात उसके पिता शत्रुघ्न प्रसाद ने कही है। रेस्क्यू ऑपरेशन बुधवार दोपहर को शुरू किया गया था। बाँस से बच्चे को भोजन और पाइप से ऑक्सीजन दिया जा रहा है। अब तक 35 ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म हो चुके है। मौके से जो वीडियो आ रहे हैं उसमें घटनास्थल पर भारी भीड़ देखी जा सकती है। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट में बताया गया है कि बच्चे को निकालने के लिए गुरुवार दोपहर पिलर में तीन फीट चौड़ा छेद किया गया है। पिलर को आठ से 10 फीट काटा जा रहा है। रेस्क्यू टीम के हवाले से कहा गया है कि बच्चा स्वस्थ है और प्रतिक्रिया दे रहा है।

गौरतलब है कि 4 जून 2023 को भागलपुर में गंगा नदी पर बन रहा पुल गिर गया था। 1700 करोड़ की लागत से बन रहा यह पुल एक साल के भीतर दूसरी बार गिरा था। भागलपुर और खगड़िया जिलों को जोड़ने के लिए अगुवानी व सुल्तानगंज के बीच यह पुल बनाया जा रहा है। बीते एक साल में राज्य में 7 बार पुल गिरने की घटनाएँ हो चुकीं हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अमेरिकी कैंपसों को ‘मेरिट’ वाले दिन लौटाएँगे डोनाल्ड ट्रंप? कॉलेजों को ‘वामपंथी सनक’ से मुक्त कराने का जता चुके हैं इरादा, जनिए क्या है...

ट्रम्प ने कहा कि 'कट्टरपंथी मार्क्सवादी सनकी' ने कॉलेजों में घुसपैठ की है और करदाताओं के पैसे को अपने वैचारिक एजेंडे को फैलाने में लगाया है।

पानी की बोतलों में थूक रहा मौलवी, लेने के लिए मुस्लिमों में मची होड़: Video वायरल, जानिए इस्लाम में ‘थूक’ कितने काम की… कैसे...

एक मुस्लिम मौलवी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें वह यहाँ मौजूद लोगों की बोतलों में सूरा (इस्लामिक प्रार्थनाएँ) पढ़ने के बाद थूक रहा है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -