ओडिशा के कटक स्थित सालेपुर में एक 75 वर्षीय भाजपा नेता की उनके साथी सहित हत्या कर दी गई। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने आरोप लगाया है कि ओडिशा की सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल (BJD) ने भी पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल की तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की तरह बदले की राजनीति में खून-खराबा शुरू कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने राज्य के कानून मंत्री प्रताप जेना सहित 13 के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
भाजपा नेता के साथ-साथ उनके 80 साल के सहयोगी की भी हत्या कर दी गई। ये घटना शनिवार (जनवरी 2, 2021) की है, जब 22 अपराधियों ने माहांगा पंचायत समिति के पूर्व अध्यक्ष व सालेपुर भाजपा प्रभारी कुलामणि बराल व उनके सहयोगी दिव्या सिंह बराल को बेरहमी से मार डाला। ये घटना जनकोटी गाँव के नजदीक तब हुई, तब वो दोनों मोटरसाइकिल से लौट रहे थे। कुलामणि की मौके पर ही मौत हो गई।
उनके साथी बराल को इलाज के लिए कटक के SCB मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में ले जाया गया, जहाँ रविवार की सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। दोनों मृतक आपस में रिश्तेदार भी थे। इस घटना के तुरंत बाद कटक पुलिस ने बीजद नेता एवं मंत्री प्रताप जेना सहित 13 को इस दोहरे हत्याकांड में आरोपित बनाया। इन सबके खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या), 147 (दंगा), 148 (घातक हथियार के साथ उपद्रव), 149 (जनसमूह द्वारा समान अपराध), 120B (आपराधिक षड्यंत्र) और 506 (आपराधिक धमकी) का मामला दर्ज किया गया।
ये हमला रात के 7:30 में हुआ था। हमले के कारण दोनों बाइक से गिर गए, जिसके बाद धारदार हथियार से मार-मार कर उन्हें अधमरा कर दिया गया। पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों के शवों को पीड़ित परिजनों को सौंप दिया गया। वहीं प्रताप जेना का कहना है कि ये घटना निंदनीय है और बीजद हिंसा में विश्वास नहीं रखती है। उन्होंने आरोपों को बेबुनियाद बताया। याद दिला दें कि माहांगा नृत्तांग पंचायत में भी भाजपा नेता व जाकोटी गाँव के प्रमुख विकास जेना की भी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।
प्रताप जेना ने उलटा भाजपा पर ही इस दोहरे हत्याकांड के राजनीतिकरण का आरोप लगाते हुए कहा है कि राज्य में कुछ भी गलत होने पर बीजद को ही जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। उन्होंने विपक्ष की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि जाँच के बाद सब साफ़ हो जाएगा क्योंकि वो व्यक्तिगत रूप से प्रयास करेंगे कि दोषियों को सज़ा मिले। उन्होंने कहा कि अभी सबका लक्ष्य दोषियों को कानूनन सज़ा दिलाना होना चाहिए।
इन सबके अलावा आर्म्स एक्ट की धाराएँ 25 और 27 के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। भाजपा ने बीजद पर तृणमूल की तरह ‘कोल्ड-ब्लडेड हत्याएँ’ कराने का आरोप लगाया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि बीजद इन हत्याओं के द्वारा विरोधियों का सफाया करना चाहती है। मृतक बराल नृतंगा ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री जन आवास योजना में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर पिछले कुछ दिनों से मुखर थे। उन्होंने गरीबों की PMAY योजना के तहत बीजद नेताओं के आवास हड़पने पर आपत्ति जताई थी।
इसके बाद स्थानीय पुलिस ने इस योजना के अयोग्य लाभार्थियों के खिलाफ FIR भी दर्ज की थी। राज्य में भाजपा के प्रवक्ता गोलक महापात्रा ने बताया कि BJD के नेताओं ने लम्बे समय से उनके खिलाफ दुर्भावना पाल रखी थी। साथ ही उन्होंने माँग की कि अब जब इस मामले में राज्य के कानून मंत्री ही आरोपित हैं, उन्हें अपने पद से तत्काल प्रभाव से हटाया जाना चाहिए। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी घटना की निंदा करते हुए पुलिस से कड़ी कार्रवाई करने को कहा है।
भाजपा नेता विजयंत जय पांडा ने भी जाँच की माँग करते हुए कार्रवाई न होने पर आंदोलन की बात कही। ओडिशा कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष निरंजन पटनायक ने भी आशंका जताई कि राज्य में अब विरोधी नेताओं की राजनीतिक हत्या का सिलसिला शुरू हो गया है और कुलामणि एक मजबूत नेता थे, जिनकी हत्या दुःखद है। मृतक नेता के बेटे रमाकांत ने बताया कि उनके पिता ने पहले ही पुलिस को सूचित कर दिया था कि उनकी जान को खतरा है, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया।
ମାହାଙ୍ଗାର ବରିଷ୍ଠ ବିଜେପି ନେତା କୁଳମଣୀ ବରାଳଙ୍କୁ ଓଡିଶା ସରକାରରେ ମନ୍ତ୍ରୀ ଥିବା #PratapJena ଦୁର୍ନୀତି ବିରୋଧରେ କହିଥିବାରୁ ତାଙ୍କୁ ଅତି ନିର୍ମମ ଭାବେ ହତ୍ୟା କରାଯାଇଛି।
— Sambit Patra (@sambitswaraj) January 4, 2021
ମନ୍ତ୍ରୀଙ୍କ ନାମ FIR ରେ ମଧ୍ୟ ଉଲ୍ଲେଖ ଅଛି |
ଓଡ଼ିଶା ମଧ୍ୟ ବଙ୍ଗଳା ପଥରେ ଯାଉଛି କି ?? pic.twitter.com/evBo9FZfuW
उन्होंने बताया कि उनके पिता ने कई सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की पोल खोली थी। पीएम मोदी को पत्र तक लिखा था। माहांगा पंचायत समिति के एक पूर्व सरपंच के पति को भी इस मामले में आरोपित बनाया गया है। उन्होंने स्पष्ट आरोप लगाया कि मंत्री प्रताप जेना ही आरोपितों को बचा रहे हैं। कटक ग्रामीण के एसपी जुगल किशोर बनोथ ने बताया कि आरोपितों की गिरफ़्तारी के लिए पुलिस ने 6 टीमें गठित की हैं और जल्द ही उनकी गिरफ़्तारी होगी।
भाजपा अब कटक के हर पुलिस थाने और प्रखंड दफ्तर के समक्ष विरोध-प्रदर्शन की योजना बना रही है। प्रदेश अध्यक्ष समीर मोहंती ने कहा कि प्रताप जेना अगर खुद इस्तीफा नहीं देते हैं तो उन्हें बरखास्त किया जाना चाहिए। बराल ने हाल ही में सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी, जिन्हें उनकी हत्या की वजह बताया जा रहा है। अब भाजपा मंत्री के इस्तीफे के लिए प्रदर्शन करेगी।
हाल के दिनों में ये पहली घटना नहीं है, जब किसी गंभीर अपराध में बीजद नेता का नाम आया हो। नवंबर 2020 में एक बेरहम हत्या का मामला विधानसभा में भी गूँजा था। इस मामले में मृतक की आँखें फोड़ दी गई थीं और दोनों किडनियाँ गायब थीं। उस मामले में भी मुख्य आरोपित नयागढ़ के BJD नेता और ओडिशा सरकार में मंत्री अरुण साहू का करीबी बताया जाता है। पीड़ित माता-पिता ने न्याय के लिए विधानसभा के बाहर आत्मदाह का प्रयास भी किया था।