बांका जिले के एक मदरसे में ब्लास्ट के बाद से बिहार की राजनीति गरम है। इस घटना में मदरसा के मौलाना की मौत हो गई थी और 4 अन्य घायल हो गए थे। धमाका इतना जोरदार था कि मदरसे की दीवारें और छत तक गिर गई थी। भाजपा और विश्व हिन्दू परिषद (VHP) ने इस बम विस्फोट की विस्तृत जाँच की माँग की है। VHP ने जाँच रिपोर्ट सार्वजनिक करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र भी लिखा है।
भाजपा ने बयान जारी कर कहा है कि यह एक प्रशासनिक असफलता है। इतना शक्तिशाली विस्फोटक लाने की भनक तक प्रशासनिक तंत्र को नहीं लगती। बयान में कहा गया है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जाँच होनी चाहिए, क्योंकि मस्जिद इबादत की जगह है और यह पता लगाना चाहिए कि आखिर इस स्थान पर बम आया कैसे? जागरण की रिपोर्ट के अनुसार बिहार भाजपा के प्रवक्ता अरविन्द सिंह ने कहा कि यह पता लगाना चाहिए कि मदरसा के अंदर विस्फोटक आया कैसे, उसे किसने स्टोर किया था और यह विस्फोटक क्यों स्टोर किया गया था?
इसके अलावा मधुबनी जिले के विस्फी से भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर ने कहा है कि पूरे राज्य में ऐसे शिक्षा केंद्रों को बैन करना चाहिए। ठाकुर ने कहा कि बिहार के मदरसा और मस्जिदों में आतंक की शिक्षा दी जा रही है, बच्चों को हिंसा और बम बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। उन्होंने कहा कि मदरसों से बच्चों को निकाल कर उन्हें सामान्य शिक्षा देनी चाहिए। ठाकुर ने यह भी कहा कि बिहार में अल्पसंख्यक समुदाय दलितों के ऊपर अत्याचार कर रहा है। जमुई, पूर्णिया और गोपालगंज में हुई घटनाएँ इसका उदाहरण हैं।
घटना के संबंध मीडिया रिपोर्टों में डीएम और एसपी के हवाले से बताया गया था कि यह मदरसा अवैध था। धमाका कंटेनर में रखे एक देसी बम के फटने से हुआ था। मौलाना के मौत की वजह दम घुटना बताया गया था। प्रभात खबर की रिपोर्ट में बताया गया था कि कई टीम अलग-अलग बिंदुओं पर जाँच कर रही हैं। इसमें मुख्य रूप से सेंट्रल आईबी, एटीएस और एसआईटी शामिल हैं।
कई मीडिया रिपोर्ट्स में कुछ स्थानीय लोगों के हवाले से यह भी बताया गया था कि मौलाना बम बनाता था और 3 युवक उसका सहयोग करते थे। क्षेत्र में छोटी-छोटी बात पर बमबारी होती थी। भागलपुर से बारूद लाकर काम किया जाता था। यह बात भी कही जा रही थी कि इस धमाके के तार बांग्लादेश से जुड़ सकते हैं और इसकी जाँच एनआईए (NIA) को सौंपी जा सकती है। ज्ञात हो कि बांका जिले के नवटोलिया क्षेत्र में नूरी मस्जिद के परिसर में स्थित मदरसे में 7 जून को ब्लास्ट हुआ था।