Sunday, September 29, 2024
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सुल्तानपुर में तैनाती, अयोध्या में ट्रेन की सीट के नीचे बेसुध मिली… महिला हेड कॉन्स्टेबल के लिए रात को हाईकोर्ट की सुनवाई, पुलिस ने रेप की खबरों को नकारा, जानिए क्या है मामला

सोशल मीडिया में अपनी बहन के बारे में चल रही रेप की खबरों पर सिपाही सुमित्रा के भाई सचिन कुमार ने नाराज़गी जताई है। उन्होंने अपनी बहन के साथ हुए घटनाक्रम को दर्दनाक बताते हुए उनके बारे में उड़ाई जा रहीं रेप की खबरों को गंदा काम बताया।

उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में बुधवार (30 अगस्त, 2023) को एक महिला कॉन्स्टेबल ट्रेन के अंदर गंभीर रूप से घायल स्थिति में में मिली थीं। तब कई मीडिया रिपोर्ट्स में सिपाही से रेप की आशंका जताई गई थी। इलाहबाद हाईकोर्ट ने भी इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए सुनवाई का फैसला किया है। अब महिला सिपाही के भाई ने सामने आ कर अपनी बहन से रेप की खबरों का खंडन किया है। साथ ही उन्होंने अपने परिवार की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया है।

पुलिस ने भी रेप की खबरों को बेबुनियाद बताते हुए आरोपितों की तलाश जारी होने की जानकारी दी है।

क्या है पूरा मामला

साल 1998 बैच की सिपाही व वर्तमान में हेड कॉन्स्टेबल सुमित्रा पटेल की तैनाती सुल्तानपुर जिले में है। फिलहाल उनकी ड्यूटी अयोध्या मेले में लगी है। बुधवार (30 अगस्त, 2023) की सुबह वह गोंडा जिले के मनकापुर रेलवे स्टेशन पर सरयू एक्सप्रेस के अंदर एक सीट के नीचे गंभीर रूप से घायल मिली थीं। सुमित्रा पर किसी धारदार हथियार से हमला किया गया था और आसपास काफी खून बिखरा था। तब कई खबरों में कांस्टेबल के साथ रेप की आशंका जताई गई थी।

महिला सिपाही को अयोध्या स्टेशन पर उतरना था पर वो वहाँ से लगभग 50 किलोमीटर दूर मनकापुर कैसे पहुँच गई इसका खुलासा अभी नहीं हो पाया है।

हाईकोर्ट ने लिया स्वतः संज्ञान

इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रीतिंकर दिवाकर ने इस घटना का स्वतः संज्ञान लिया है। एक जनहित याचिका कायम करते हुए उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार को नोटिस जारी किया था। साथ ही 4 सितम्बर 2023 (सोमवार) को शासकीय अधिवक्ता एके संड को पूरी जानकारी सहित पेश होने के लिए कहा था। मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर तथा न्यायमूर्ति आशुतोष श्रीवास्तव की बेंच में हुई। आज हुई सुनवाई में पुलिस और रेलवे ने अपना पक्ष रखा।

बेंच ने केस की चल रही जाँच से संतुष्टि जताई। मामले में सुनवाई के लिए अगली तारीख इसी माह की 13 सितंबर को तय की गई है। इसके लिए पहले रात के 8 बजे ही हाईकोर्ट की बेंच बैठी थी और इसमें इस मामले का स्वतः संज्ञान लिया गया था।

भाई और पुलिस ने रेप की खबरों को अफवाह बताया

सोशल मीडिया में अपनी बहन के बारे में चल रही रेप की खबरों पर सिपाही सुमित्रा के भाई सचिन कुमार ने नाराज़गी जताई है। उन्होंने अपनी बहन के साथ हुए घटनाक्रम को दर्दनाक बताते हुए उनके बारे में उड़ाई जा रहीं रेप की खबरों को गंदा काम बताया। सचिन ने कहा कि उनकी बहन के साथ रेप या छेड़छाड़ नहीं किया गया है। मीडिया पर खुद व परिवार सहित रिश्तेदारों को भ्रमित करने का आरोप लगाते हुए सचिन ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस के स्टाफ उनके परिवार को बहुत सपोर्ट कर रहे हैं और उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं है।

वहीं लखनऊ जीआरपी की पुलिस अधीक्षक पूजा यादव ने भी मीडिया में चल रही महिला सिपाही के साथ रेप की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि मेडिकल जाँच में किसी भी तरफ के यौन शोषण की पुष्टि नहीं हुई है। घटना का खुलासा जल्द करने का आश्वासन देते हुए SP जीआरपी ने बताया कि कई टीमों हर बिंदु पर जाँच कर रहीं हैं।

स्थिर है महिला सिपाही की हालत

घायल महिला सिपाही को पुलिस ने पहले अयोध्या के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती करवाया था। यहाँ से बेहतर इलाज के लिए सुमित्रा को अयोध्या में ही दर्शन नगर मेडिकल कॉलेज भेजा गया था। हालत गंभीर होने की वजह से फ़िलहाल सुमित्रा को लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज (KGMC) रेफर कर दिया गया है। यहाँ सिपाही की हालत फ़िलहाल स्थिर बताई गई है। डॉक्टरों की टीम लगातार सुमित्रा की निगरानी कर रही है। सुरक्षा के लिए पुलिस के जवान तैनात हैं।

उत्तर प्रदेश के DGP विजय कुमार, गृह सचिव सहित कई सीनियर अधिकारियों ने 4 सितंबर को अस्पताल पहुँच कर महिला सिपाही का हालचाल जाना।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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